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Chhattisgargh IAS News: छत्तीसगढ़ में फूड, फॉरेस्ट, कृषि, पंचायत, आबकारी जैसे विभाग संभाल रहीं भारतीय प्रशासनिक सेवा की ये 8 महिला अफसर...

Chhattisgargh IAS News: छत्तीसगढ़ की ब्यूरोक्रेसी में भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अफसर पुरूषों से कम नहीं हैं। सूबे के आधा दर्जन से अधिक बड़े विभाग महिला आईएएस अधिकारियों के पास हैं। इनमें कई बेहद ईमानदार हैं तो कुछ रिजल्ट देने के लिए जानी जाती हैं। छत्तीसगढ़ में खाद्य, कृषि, पंचायत, आबकारी, महिला बाल विकास जैसे विभाग महिला अफसर संभाल रही हैं।

Chhattisgargh IAS News: छत्तीसगढ़ में फूड, फॉरेस्ट, कृषि, पंचायत, आबकारी जैसे विभाग संभाल रहीं भारतीय प्रशासनिक सेवा
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Chhattisgargh IAS News

By Gopal Rao

Chhattisgargh IAS News: रायपुर।छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार में महिला अफसरों को महत्वपूर्ण जवाबदेही सौंपी गई है। आधे से अधिक विभाग महिला आईएएस अधिकारियों के पास है। छत्तीसगढ़ में 45 परसेंट फॉरेस्ट एरिया है। उसे भी महिला आईएएस संभाल रही हैं। फूड के बिना किसी का काम नहीं चलना है। सबसे बड़े पीडीएस छत्तीसगढ़ में चल रहा है। उस फूड में भी महिला अफसर हैं। जिस धान और किसान पर छत्तीसगढ़ की सियासत टिकी है, वह कृषि विभाग भी महिला संभाल रही हैं। यहां तक कि शराब विभाग भी महिला के पास है।

जानिये आठ महिला सचिवों के बारे में


1. रेणु पिल्ले

1991 बैच की आईएएस अधिकारी रेणु पिल्ले सीनियरिटी में छत्तीसगढ़ की दूसरे नंबर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। रेणु पिल्ले की ईमानदारी पर उनके विरोधी भी सवाल नहीं उठा सकते। इस समय वे साइंस और टेक्नालॉजी विभाग की एसीएस के साथ प्रशासन अकादमी की डीजी हैं। अमिताभ जैन के बाद रेणु पिल्ले मुख्य सचिव की स्वाभाविक दावेदार हैं। सुनने में आ रहा कि अमिताभ के रिटायर या वीआरएस लेने के बाद सरकार रेणु पिल्ले को चीफ सिकरेट्री बनाने पर विचार कर रही है।


2. ऋचा शर्मा

1994 बैच की आईएएस अफसर ऋचा शर्मा की छबि साफ-सुथरी तो है ही, रिजल्ट देने में वे पुरूषों से भी आगे हैं। छत्तीसगढ़ के फूड में बड़े-बड़े पुरूष आईएएस जो काम नहीं कर पाए, ऋचा ने कर दिखाया। रमन सरकार शुरू से राईस माफियाओं से परेशान रही। तीसरी पारी में उन्होंने ऋचा शर्मा को फूड सिकरेट्री बनाया, उसके बाद राईस माफिया लगे त्राहि माम करने। ऋचा के खाद्य सचिव बनने से पहले धान का शार्टेज 15 परसेंट तक जाता था, उन्होंने राष्ट्रीय मानक से भी नीचे एक परसेंट पर ले आया। विष्णुदेव सरकार ने भी धान के इश्यू को शार्टआउट करने के लिए ऋचा को फूड सिकरेट्री बनाया और उन्होंने डंडा चलाकर राईस मिलरों से पूरा धान उठवा लिया।


3. निहारिका बारिक

97 बैच की आईएएस अधिकारी निहारिका बारिक महासमुंद कलेक्टर और बिलासपुर की डिविजनल कमिश्नर रह चुकी हैं। सचिव के तौर पर उन्होंने हेल्थ विभाग का दायित्व निभाया। इस समय वे प्रमुख सचिव पंचायत हैं। कोविड के समय भी उन्होंने कुछ दिनों तक स्वास्थ्य विभाग संभाला था।


4. शहला निगार

2000 बैच की आईएएस अफसर शहला निगार यूपीएससी की सेकेंड टॉपर रह चुकी हैं। इस समय वे कृषि विभाग की सचिव के साथ ही एपीसी याने कृषि उत्पादन आयुक्त हैं। एपीसी काफी बड़ा पद होता है। इसे पहले एसीएस लेवल के अफसर संभालते थे, दूसरे राज्यों में अभी भी सीनियर अफसर को एपीसी बनाया जाता है। छत्तीसगढ़ जैसे धान और किसान प्रधान राज्य, जहां की सियासत इस पर टिकी हुई है, वहां महिला आईएएस को कृषि सचिव बनाना बड़ी बात है।


5. रीना बाबा कंगाले

2003 बैच की आईएएस अधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले इस समय सरकार में तो नहीं हैं, मगर उनके विधानसभा और लोकसभा का सफलतापूर्वक संचालन के लिए चर्चा लाजिमी है। छत्तीसगढ़ जैसे देश के धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव कराने वाली वे पहली महिला आईएएस हैं। दोनों चुनावों में उनके कोआर्डिनेशन की चुनाव आयोग ने भी तारीफ की।


6. अलरमेल मंगई डी

2004 बैच की आईएएस अधिकारी अलरमेल मंगई डी इस समय लेबर डिपार्टमेंट की सिकरेट्री हैं। वे महासमुंद, कांकेर, रायगढ़ की कलेक्टर रह चुकी हैं। इससे पहले उन्होंने नगरीय प्रशासन विभाग का दायित्व संभाला।


7. आर0 शंगीता

2005 बैच की आईएएस अधिकारी आर शंगीता पिछली सरकार में जरूर हांसिये पर रही। मगर विष्णुदेव साय सरकार ने उन पर भरोसा करते हुए आबकारी विभाग का सचिव बनाया है। शंगीता ने आबकारी नियमों में काफी बदलाव किया है। एफएल 10 को समाप्त कर उन्होंने शराब में बिचौलिये सिस्टम को खतम किया। फिर हाल में कैबिनेट से 9 परसेंट टैक्स कम कराकर अंग्रेजी शराब की बोतलों में 40 से लेकर 3000 रुपए की कमी कर दी है। मदिरा प्रेमियों के बीच इसको लेकर काफी प्रसन्नता है। यही नहीं, इंडस्ट्री और टूरिज्म को दृष्टिगत रखते हुए आबकारी विभाग रेस्टोरेंट और छोटे होटलों को भी बार लायसेंस देने जा रहा है। ताकि, बाहर से लोग आएं तो उन्हें मनपसंद शराब सहूलियत पूर्वक मिल सके।


8. शम्मी आबिदी

2007 बैच की आईएएस अधिकारी शम्मी आबिदी महिला बाल विकास विभाग की सचिव हैं। महिला बाल विकास मतलब आधी आबादी होती है। 70 लाख महिलाओं के लिए संचालित महतारी वंदन योजना महिला बाल विकास विभाग चला रहा है। वर्तमान सियासी दौर में महिला वोटर काफी इम्पॉटेंड होती जा रही, ऐसे में महिला बाल विकास विभाग की अहमियत समझी जा सकती है।


Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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