Chhattiagarh IAS Transfer: आधी रात 18 कलेक्टरों का तख्ता पलट: महिला आईएएस बनी आबकारी सचिव, दयानंद हुए बेहद ताकतवर
Chhattiagarh IAS Transfer: पिछली कांग्रेस सरकार में अहम जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकांश आईएएस अफसरों को विष्णु देव सरकार ने किनारे कर दिया है। सीनियर अफसरों में रेणु पिल्ले और मनोज पिंगुआ की स्थिति यथावत है, सुब्रत साहू को जरूर धक्का लगा है।
Chhattiagarh IAS Transfer: रायपुर। विष्णु देव सरकार ने कल आधी रात 88 आईएएस अफसरों को बदल दिया, वहीं आईपीएस मयंक श्रीवास्तव को जनसंपर्क विभाग का आयुक्त बनाया। वरिष्ठ अधिकारियों में एसीएस रेणु पिल्ले और मनोज पिंगुआ के विभागों में खास परिवर्तन नहीं किया गया है। मगर एसीएस सुब्रत साहू को झटका दिया गया है। सचिवों में अंकित आनंद के पास वित्त बना रहेगा। बाकी ऊर्जा और चेयरमैन बिजली कंपनी दयानंद को दिया गया है। वित्त बहुत बड़ा महकमा होता है, इस दृष्टि से अंकित को भी खास फर्क नहीं पड़ा है।
राज्य सरकार ने 18 जिलों के कलेक्टरों का भी ट्रांसफर किया है। 2017 बैच के चार आईएएस अफसरों को पहली बार कलेक्टर की पोस्टिंग मिली है। जिन कलेक्टरों को हटाया गया है, उनमें कोरबा कलेक्टर सौरभ कुमार को ठीक ठाक पोस्टिंग मिली है। इनमें डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के साथ ही एनआरडीए का सीईओ शामिल है। एनआरडीए बीजेपी सरकार के टॉप प्रायरिटी में है। ओपी चौधरी इसके मंत्री है और पदेन चेयरमैन भी।
महिला आबकारी सचिव
छत्तीसगढ़ में पहली बार महिला को आबकारी सचिव बनाया गया है। 2005 बैच की आर संगीता को एक्साइज की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा उन्हें आवास पर्यावरण विभाग का सचिव और पर्यावरण संरक्षण मंडल का चेयरमैन अप्वाइंट किया गया है। संगीता ने पिछली सरकार में पूरे पांच साल वनवास काटा। हालांकि, पांच साल प्रताड़ना और वनवास सहे राजेश टोप्पो को जल संसाधन में विशेष सचिव स्वतंत्र प्रभार बनाकर वापसी की गई है मगर अंदेशा है, सेक्रेट्री प्रमोशन के बाद उन्हें और अहम दायित्व दिए जाएंगे।
दयानंद ताकतवर
2006 बैच के आईएएस पी दयानंद पहले सीएम के सचिव बनाए गए थे। अब उन्हें ऊर्जा, माइनिंग, जनसंपर्क की कमान सौंपते हुए चेयरमैन स्टेट पावर कंपनी बनाया गया है।
कैसर हक को उद्योग, पीएचई
पिछली सरकार में हंसिए पर रहे 2007 बैच के आईएएस अधिकारी कैसर हक को सरकार ने उद्योग और वाणिज्य विभाग के साथ पीएचई सचिव की जिम्मेदारी दी है। वे राज्य निर्वाचन आयुक्त कार्यालय में सचिव थे। यह ऐसा पद था, जिस पर कभी कोई डायरेक्ट आईएएस नही रहा।
कलेक्टरों में बड़ा ब्रेक
कलेक्टरों में गौरव सिंह को अच्छा ब्रेक मिला है। उन्हें रायपुर जिले का दायित्व दिया गया है। इसी तरह पहली बार में मयंक चतुर्वेदी को दंतेवाड़ा का कलेक्टर बनाया गया है, वहीं कुणाल दुदावत को कोंडागांव, रोहित ब्यास सूरजपुर और चंद्रकांत वर्मा को खैरागढ़ का कलेक्टर बनाया गया है। बड़े जिलों में अजीत बसंत को कोरबा, ऋचा प्रकाश चौधरी को दुर्ग, विलास भोसकर को सरगुजा और संजय अग्रवाल को सूरजपुर से अपग्रेड कर राजनांदगांव का कलेक्टर बनाया गया है। देखिए राज्य सरकार का आदेश, किसे क्या मिला...