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चमनबहार को मिला सम्मानः अपूर्व धर बड़गैय्या को छतीसगढ़ी सिनेमा चमन बहार के उत्कृष्ट निर्देशन के लिए मिला किशोर साहू राष्ट्रीय पुरस्कार

चमनबहार को मिला सम्मानः अपूर्व धर बड़गैय्या को छतीसगढ़ी सिनेमा चमन बहार के उत्कृष्ट निर्देशन के लिए मिला किशोर साहू राष्ट्रीय पुरस्कार
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By NPG News

रायपुर, 1 नवंबर 2021। राज्योत्सव में आज चमनबहार सिनेमा के डायरेक्टर अपूर्व धर बड़गैया को उत्कृष्ट निर्देशन के लिए किशोर साहू राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अपूर्व मूलतः सारंगढ़ के निवासी हैं, जिन्हें छतीसगढ़ी फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में रचनात्मक लेखन, निर्देशन, अभिनय, पटकथा, निर्माण के लिए संस्कृति विभाग की तरफ से दिया जाने वाले किशोर साहू पुरुस्कार के लिए चयनित किया गया था।

अपूर्व धर बड़गैय्या चमन बहार पिक्चर के निर्देशक होने के साथ ही साथ लेखक भी है। दो भाइयों में बड़े अपूर्व के पिता एसएसडी बड़गैय्या भारतीय वन सेवा के अधिकारी हैं और वर्तमान में रायपुर सीसीएफ के पद पर पदस्थ हैं। ग्रेजुऐशन के बाद फ़िल्म निर्देशन के क्षेत्र में रुचि को देखते हुए अपूर्व मुम्बई चले गए जहां वो पिछले 14 वर्षाे से फ़िल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। अपूर्व बताते हैं कि इन वर्षों में उन्हें काफी स्ट्रगल भी करना पड़ा। उन्होंने कई वर्षों से प्रकाश झा के साथ काम किया व इस दौरान राजनीति व आरक्षण जैसे सफल फिल्मों के असिस्टेंट डायरेक्टर भी रहे।

एनपीजी से बातचीत में अपूर्व ने बताया कि पापा की नौकरी के कारण छतीसगढ़ के छोटे से ले कर बड़े जगहों में हमारा रहना हुआ। इस दौरान हर जगह के लोगो के रहन सहन उनके विचार व संस्कृति को जानने का करीब से अवसर मिला। औऱ इसी के चलते छतीसगढ़ीया पृष्ठ भूमि पर आधारित फिल्म चमन बहार के निर्माण का विचार मन मे आया। फ़िल्म की शूटिंग मात्र 25 दिनों में रायपुर के आस पास के लोकेशन व छतीसगढ़ के कुछ अन्य जगहों पर की गई।

फिल्म के लेखक और निर्देशक दोनो ही अपूर्वधर बडगैयां हैं। फिल्म का निर्माण यूडली फिल्म्स द्वारा किया गया है, जो कि सारेगामा इंडिया का एक निर्माण उद्यम है। फिल्म में जितेंद्र कुमार और रितिका बदियानी की मुख्य भूमिकाएं हैं। गौरतलब हैं कि पंचायत वेब सीरीज से सफलता के झंडे गाड़ चुके जितेंद्र कुमार ने चमन बहार में भी उम्दा अभिनय कर पिक्चर को जीवंत कर दिया है। चमन बहार की कहानी छत्तीसगढ़ के लोरमी की पृष्ठ भूमि पर गढ़ी गई है। फिल्म एक स्थानीय पनवाड़ी (पानवाले) और उसके एकतरफा प्यार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी दुकान के ठीक सामने रहने वाली एक स्कूली छात्रा से प्यार कर बैठता है। चमन बहार 19 जून 2020 से नेटफ्लिक्स पर प्रदर्शित की गयी। भारत के साथ ही नेपाल, बांग्लादेश,दुबई समेत 5 देशों में पिक्चर रिलीज की गई थी जिसे अपार सफलता मिली। इसके अलावा पिक्चर का ट्रेलर भी यु ट्यूब में काफी हिट रही थी।

फ़िल्म छोटे कस्बे के उस युवक के ऊपर घूमती है जिसके पिता वन विभाग में चौकीदार है। युवक चमन बहार नाम से पान ठेला खोलता है और उसके पान ठेला के सामने शहर की एक रईस लड़की रहने आती हैं। जिससे एकतरफा प्यार के चलते युवक लड़की को इम्प्रेस करने की कोशिश करता है। पिक्चर इसी तरह से खुशनुमा अंदाज में आगे बढ़ती हैं। छतीसगढिया पृष्ठ भूमि व पटकथा होने के चलते दर्शक आखरी तक पिक्चर से जुड़े रहते हैं। फ़िल्म में आम आदमी के जीवन की सच्चाई के यथार्थ चित्रण ने फ़िल्म को जीवंत बना दिया है। फ़िल्म के निर्देशक अपूर्व बताते हैं कि चमन बहार पिक्चर अन्य फिल्मों से अलग हट कर जीवन की यह रियल्टी बताती हैं कि असल जिंदगी में पिक्चरों की तरह सब कुछ हासिल नही हो सकता फिर भले ही चाहे वह हीरो ही क्यो न हो। जीवन की वास्तविकता व यथार्थ का फ़िल्म में चित्रण किया गया है।

फ़िल्म के मुख्य अभिनेता जितेंद्र कुमार को चमन बहार फ़िल्म में बेस्ट एक्टिंग के लिए टैलेंट ट्रेक अवार्ड 2021 में बेस्ट एक्टर का अवार्ड भी मिल चुका है। इसके अलावा इंडस वैली इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में भी चमन बहार फ़िल्म सम्मानित किया जा चुका हैं। अपूर्व ने अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि फिलहाल तो मैं एक्सल इंटरटेनमेंट के लिये वेब सीरीज डेवलप कर रहा हु और आगे यदि अच्छी स्क्रिप्ट मिले तो छतीसगढ़ी मूवी भी बनाना चाहेंगे

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