CG IPS Suspended: दांत तोड़ने वाले आईपीएस हुए निलंबित, 40 लोगों के दांत उखाड़ने का आरोप, मुख्यमंत्री ने विधानसभा में की घोषणा...
CG IPS Suspended : NPG डेस्क। तमिलनाडु में दांत तोड़ने वाले आईपीएस को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विधानसभा में इसकी घोषणा की। तमिलनाडु कैडर के 2020 बैच के आईपीएस बलबीर सिंह राजपुरोहित पर 40 लोगों के दांत तोड़ने के आरोप लगाए गए है। मारपीट मामलें में जेल में बंद एक आरोपी ने सोशल मीडिया में आईपीएस बलबीर सिंह के द्वारा प्लास से दांत उखाड़ने व भाई के प्राइवेट पार्ट को कुचलने का आरोप लगाया। जिसके बाद विधानसभा में आईपीएस के खिलाफ कई विधायकों ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया। विधानसभा में ही मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आईपीएस को निलंबित करने व जांच करवाने की घोषणा कर दी।
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के अंबासमुद्रम में सहायक पुलिस अधीक्षक के पद पर 2020 बैच के आईपीएस अफसर बलबीर सिंह तैनात हैं। यहां कल्लीदैकुरिची थाना क्षेत्र अंतर्गत दो पक्ष के युवाओं में मारपीट हुई थी। दोनों पक्षों से फरसे और लाठी डंडे चले थे और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। मामले में 23 मार्च को 5 आरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जिनमे से एक आरोपी युवक चेलप्पा ने किसी तरह सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट कर आईपीएस की नृशंसता बताई। चेलप्पा के अनुसार आईपीएस ने कल्लीदैकुरिची थाने में उनसे पूछताछ के दौरान सिपाहियों को उनका हाथ पकड़ने को कहा और फिर पत्थर से उसके दांत तोड़ दिए,फिर टूटे हुए दांत के टुकड़े को उसके मुंह मे भरकर तबतक उसे तमाचे मारे जब तक कि उसके मुंह से खून न आ गया। इसके साथ ही चेलप्पा ने आरोप लगाया कि उनके भाई के प्राइवेट पार्ट पर भी आईपीएस ने हमला किया। कुछ आरोपी जमानत पर बाहर भी आ गए हैं। उन्होंने भी आईपीएस पर आरोप लगाया है कि थर्ड डिग्री देते हुए आईपीएस ने प्लास से उनके दांत उखाड़ दिए तो किसी ने बताया कि आईपीएस ने उनके प्लायर से कान काट दिए। दो आरोपियो के अंडकोष कुचलने का भी आरोप है।
वीडियो में पीड़ित चेलप्पा ने आईपीएस बलबीर सिंह के द्वारा किये गए टार्चर के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें आईपीएस ने धमकी देते हुए कहा था कि अदालत में यह सब मत बताना। चेलप्पा ने बताया कि आईपीएस के द्वारा भाई के प्राइवेट पार्ट कुचलने से उसकी स्थिति ग्म्भीर बनी हुई है। उसने अपने व अपने परिवार की आईपीएस से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
मामला मीडिया में आने के बाद तमिलनाडु राज्य मानवाधिकार के अध्यक्ष वी भास्करन ने स्वतः संज्ञान लेते हुए आईजी स्तर के अधिकारी को 6 सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। जिले को भी वहां के एसपी ने मजिस्ट्रियल जांच करवाने हेतु प्रतिवेदन भेजा है। 27 मार्च को राज्य के डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने उन्हें जिले से हटा कर पदस्थापना के लिए प्रतीक्षा सूची में डाल दिया था। नेताजी सुभाष सेना व पुरची भारतम आदि राजनैतिक संगठनों ने आईपीएस पर 40 लोगों के दांत तोड़ने का आरोप लगा बर्खास्तगी की मांग शुरू कर दी। बुधवार को विधानसभा में कई विधायकों ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव मे आईपीएस के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव लाया। जिस पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आईपीएस सुखबीर सिंह को निलंबित करने व मजिस्ट्रियल इंक्वायरी करवाने की घोषणा कर दी।
कौन है आईपीएस बलबीर सिंह:-
आईपीएस बलबीर सिंह राजपुरोहित सांथू निवासी है। उनके पिता खंगारसिंह कृषक है। आईपीएस बलबीर सिंह 6 बहनों के इकलौते भाई है। बेहद कठिन परिस्थितियों में अभाव के बीच उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की है। दसवीं तक की पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल से पूरी करने वाले सुखबीर सिंह ने मुंबई आईआईटी से बीटेक किया है। यूपीएससी 2019 में उनका ऑल इंडिया रैंक 691 था। आईपीएस बनने के बाद उन्होंने तमिलनाडु कैडर में जॉइन किया। वे अंबासमुद्रम में नवंबर 22 से तैनात हैं।