IPS पोस्टिंग: महासमुंद के SP आशुतोष सिंह डेपुटेशन पर CBI में SP बनाए गए, देखिये आदेश
CG IPS News: छत्तीसगढ़ कैडर के 2012 बैच के आईपीएस आशुतोष सिंह को प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में पुलिस अधीक्षक बनाने का आदेश मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स ने निकाला है। आज 21 अक्टूबर को जारी आदेश के अनुसार उनका कार्यकाल सीबीआई में 5 वर्षों का होगा। वर्तमान में आशुतोष सिंह महासमुंद जिले के पुलिस अधीक्षक हैं।

CG IPS News: रायपुर। छत्तीसगढ़ के कैडर के आईपीएस को प्रतिनियुक्ति पर पोस्टिंग देने संबंधी आदेश मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स ने निकाला है। छत्तीसगढ़ कैडर के 2012 बैच के आईपीएस आशुतोष सिंह को डेपुटेशन पर पोस्टिंग दी गई है। जारी आदेश के अनुसार उन्हें सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनविगेस्टकेशन अर्थात सीबीआई में पोस्टिंग मिली है।
मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स के अवर सचिव संजीव कुमार के द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। जारी पत्र के अनुसार 2012 बैच के आईपीएस आशुतोष सिंह को डेपुटेशन के लिए रिलीव करने को कहा गया है। आशुतोष सिंह को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( सीबीआई) में पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। जारी आदेश के अनुसार वहां उनका कार्यकाल ज्वाइन करने की तिथि से पांच वर्ष तक या अगले आदेश ( जो भी पहले हो) तक होगा। आज दीपावली के दूसरे दिन आईपीएस आशुतोष सिंह को तोहफा देते हुए उनका डेपुटेशन आदेश निकाला गया है। राज्य सरकार से भी पत्र में आग्रह किया गया है कि आईपीएस आशुतोष सिंह को उनके नए असाइनमेंट के लिए आदेश जारी होने के तीन हफ्तों के भीतर राज्य से रिलीव कर दिया जाए,जिससे वह अपना नया कार्यभार संभाल सके।
जानिए कौन है आईपीएस आशुतोष सिंह?
बता दे 2012 बैच के आईपीएस आशुतोष सिंह वर्तमान में महासमुंद जिले के पुलिस अधीक्षक हैं। आशुतोष सिंह छत्तीसगढ़ कैडर के 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे मूलतः उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले हैं। उनका जन्म 9 मार्च 1986 को हुआ है उनके पिता रेलवे में इंजीनियर थे। आशुतोष सिंह ने अपनी स्कूलिंग लखनऊ से ही पूरी की है। दसवीं में उनके 88% अंक आए थे। जबकि 12वीं में उनके 80% अंक आए। 12वीं के बाद उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र और राजनीति शास्त्र लेकर अपना ग्रेजुएशन किया। लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री लेने के बाद दिल्ली जाकर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन राजनीति शास्त्र से किया। एमए करने के बाद नेट जेआरएफ भी आशुतोष सिंह ने क्वालीफाई की। वह एम फिल करने लगे। साथ ही यूपीएससी की तैयारी करने लगे। एमफिल के दौरान ही उनका यूपीएससी में चयन हो गया। यूपीएससी के पहले प्रयास में आशुतोष सिंह साक्षात्कार तक पहुंचे। पर अंतिम चयन से चूक गए। पर दूसरे प्रयास में कोई कोर– कसर ना छोड़ते हुए आशुतोष सिंह ने जी तोड़ मेहनत की और 225 वें रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर ली। आशुतोष सिंह को आईपीएस की सर्विस व छत्तीसगढ़ कैडर अलॉट हुआ। आशुतोष सिंह आईपीएस के अलावा चार और सरकारी भर्ती परीक्षाओं में चयनित हो चुके थे। पर उन्होंने किसी में ज्वाइन नहीं किया और यूपीएससी सिविल सर्विसेस को अपना लक्ष्य बनाया। अंततः उन्हें सफलता हाथ लगी और वह आईपीएस बनें।
प्रोफेशनल कैरियर
छत्तीसगढ़ कैडर के 2012 बैच के आईपीएस आशुतोष सिंह ने 24 दिसंबर 2012 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। लाल बहादुर शास्त्री प्रशिक्षण अकादमी हैदराबाद से ट्रेनिंग खत्म करने के बाद फील्ड ट्रेनिंग के लिए उन्हें रायपुर जिले में प्रशिक्षु आईपीएस के तौर पर पोस्टिंग मिली। वे रायपुर जिले के अभनपुर थाना प्रभारी रहें। फिर वे अगले चरण में सरगुजा जिले में डीएसपी हेड क्वार्टर व सीएसपी अंबिकापुर रहें।
अंबिकापुर में सीएसपी रहने के दौरान आशुतोष सिंह की पहचान एक तेज तर्रार पुलिस आफिसर के रूप में स्थापित हुई थी। बतौर सीएसपी अंबिकापुर में उन्होंने 5 नवंबर 2014 से 5 सितंबर 2015 तक अपनी सेवाएं दी।
आईपीएस आशुतोष सिंह ने सीएसपी अंबिकापुर का पद संभालने के दौरान चिटफंड कंपनियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की थी। इसके अलावा शांति सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर राजनैतिक दल से जुड़े लोगों पर सख्ती बरतने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। बिना सूचना व अनुमति के मांगों, समस्याओं को लेकर सड़क पर उतर आंदोलन करने वालों के खिलाफ भी उनका रवैय्या सख्ती भरा रहा। उन्होंने अल्प अवधि की सेवा में ही आमजनता को यह बताने का प्रयास किया था कि नियम प्रक्रियाओं के विपरीत होने वाली हर गतिविधि पर रोक लगेगी और उसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनके सख्त तेवर से शहर में पुलिसिंग में भी कसावट नजर आई थी। वे 7 अक्टूबर 2014 से 31 मई 2016 तक सरगुजा में पदस्थ रहे। जिस दौर में वे यहां पदस्थ थे, उस समय चुनाव आचार संहिता प्रभावशील थी। नियमों का पालन कराने उनकी सख्ती को इसी बात से समझा जा सकता है कि उन्होंने भाजपा से जुड़े कई वरिष्ठ नेताओं व पदाधिकारियों की वाहन से चुनाव आचार संहिता का हवाला देकर पदनाम बोर्ड को भी निकलवा दिया था।
अंबिकापुर सीएसपी के बाद आशुतोष सिंह एसपी एसटीएफ बने। वे 17 वीं बटालियन, 13 वीं बटालियन, 8 वीं बटालियन, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल भिलाई, माना बटालियन के कमांडेंट रहें। इसके अलावा कोंडागांव, सरगुजा, सारंगढ़– बिलाईगढ़ जिलों के एसपी रहें। वर्तमान में आशुतोष सिंह महासमुंद जिले के एसपी हैं। सख्त व ईमानदार होने के साथ आशुतोष सिंह को लो प्रोफाइल रहकर फिल्ड में मेहनत कर रिजल्ट देने वाले अफसर के तौर पर जाना जाता हैं।
