CG Highcourt Judge Appointment: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को मिलेंगे एक और जज, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की अनुशंसा
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को एक और जस्टिस मिलने वाले हैं। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अरविंद वर्मा के नाम की अनुशंसा जस्टिस बनाने के लिए की है। जल्द ही उनके नाम से वारंट जारी हो जाएगा।
अरविंद वर्मा को जस्टिस बनाने की अनुशंसा 6 अगस्त 2023 को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने अपने दो वरिष्ठ सहयोगियों के साथ मिलकर प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री के परामर्श की थी। अपनी अनुशंसा में छत्तीसगढ़ कॉलेजियम ने अरविंद वर्मा को जस्टिस नियुक्ति हेतु पात्र व उनके फैसला देने की गुणवत्ता को उत्तम प्रकृति का बताया था। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के कॉलेजियम के अनुशंसा को स्वीकृति देते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय कॉलेजियम ने अरविंद वर्मा को जस्टिस बनाने की अनुशंसा केंद्रीय कानून मंत्रालय को की है। जल्द ही कानून मंत्रालय इस पर आदेश जारी करेगा और फिर राष्ट्रपति के सहमति से वारंट जारी हो जाएगा।
जानें नए जस्टिस अरविंद वर्मा को
अरविंद वर्मा उच्चतर न्यायिक सेवा से आते हैं। उन्होंने अपनी नौकरी की शुरुआत सिविल जज से की है। उनका होम डिस्ट्रिक्ट अंबिकापुर है। उनका जन्म 8 अप्रैल 1964 को हुआ था। उन्होंने एमएससी के बाद एलएलबी की डिग्री हासिल की है। वे 24 मई 1994 को न्यायिक सेवा में आए। उनकी पहली पोस्टिंग अंबिकापुर में ही हुई थी। उन्होंने अंबिकापुर में ट्रेनिंग ली फिर राजनांदगांव में सिविल जज क्लास 2 बने। राजनांदगांव के बाद जांजगीर में सिविल जज क्लास 2 बने। फिर घरघोड़ा में सिविल जज क्लास 2 बने। घरघोड़ा में रहते ही 2002 में उनका क्लास वन में प्रमोशन हुआ। राजनांदगांव में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रहे। रायपुर में 2005 से 2009 तक एडीजे रहे और फास्ट्रेक कोर्ट में रहे। जगदलपुर में भी एडीजे रहें।
न्यायधानी बिलासपुर में खेली कई पारियां
अरविंद वर्मा बिलासपुर में विभिन्न पदों पर विभिन्न समय में रहे। हुए 18 में 2011 को यहां फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश बन कर आए। 9 दिसंबर 2014 को राज्य नायक अकादमी के अतिरिक्त संचालक बने। रायपुर में कमर्शियल कोर्ट के जज रहे फिर जगदलपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश 11 जुलाई 2018 को बने। 18 जुलाई 2019 को रजिस्ट्रार ज्यूडिशियल हाईकोर्ट के पद पर नियुक्त हुए। फिर 18 दिसंबर 2020 को जिला एवं सत्र न्यायाधीश बने। 5 अप्रैल 2021 को रायपुर के जिले के जिला एवं सत्र न्यायाधीश बनकर चले गए। 5 मई 2022 से रजिस्ट्रार जनरल छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट हैं।