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CG GAD News: जीएडी सचिव के आदेश का माखौल: ट्रांसफर के 3 महीने बाद भी अपर कलेक्टर ने मंत्रालय में नहीं किया ज्वाईन...

CG GAD News: छत्तीसगढ़ में सामान्य प्रशासन सचिव अविनाश चंपावत के आदेश को उन्हीं के विभाग के अंतर्गत आने वाले अधिकारी ने मजाक बना दिया है। सचिव ने आदेश निकाल ट्रांसफर के सात दिन के भीतर ज्वाईनिंग नहीं देने वाले अफसरों को ब्रेक इन सर्विस की चेतावनी दी थी। सिकरेट्री के आदेश की नाफरमानी करने वाले अपर कलेक्टर मंत्रियों और अफसरों की पेंटिंग बनाने में व्यस्त हैं। उपर से उन्होंने रायगढ़ के एक अपर कलेक्टर के साथ म्यूचुअल ट्रांसफर की अर्जी लगा दी है। सारे विभागों को ब्रेक इन सर्विस की चेतावनी देने वाले अफसर अपर कलेक्टर के मामले में मौन क्यों हैं...ये किसी को समझ में नहीं आ रहा। बहरहाल, जीएडी सचिव का पांच पेज का चेतावनी और अपर कलेक्टर का ट्रांसफर आदेश पढ़ने के लिए नीचे. NPG.NEWS की 27 नवंबर 2024 को प्रकाशित खबर के लिंक को क्लिक कीजिए...

CG GAD News: जीएडी सचिव के आदेश का माखौल: ट्रांसफर के 3 महीने बाद भी अपर कलेक्टर ने मंत्रालय में नहीं किया ज्वाईन...
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By Gopal Rao

CG GAD News: रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक अराजकता का इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता। जरा सोचिए...जीएडी सिकरेट्री याने सूबे के राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों का सबसे बड़ा बॉस। उनके आदेश की ऐसी धज्जियां। सरकार अगर दूसरी होती तो एक बार समझ में आता। मगर विष्णुदेव के सुशासन वाली सरकार में ये हैरान कर रहा है।

बता दें, 27 नवंबर 2024 को सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव अविनाश चंपावत ने समस्त सचिवों को ट्रांसफर और नई ज्वाईनिंग के संबंध में पांच पेज का आदेश भेजा था।

आदेश में उन्होंने स्पष्ट तौर पर लिखा था कि ट्रांसफर के सात दिवस के भीतर अगर ज्वाईनिंग नहीं हुई तो ब्रेक इन सर्विस की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी लिखा था कि तबादले के बाद लोग कोर्ट चले जाते हैं और इसके बाद आफिस नहीं आते।

मगर उन्हीं के सामान्य प्रशासन विभाग का अफसर उनके आदेश का खुलेआम मजाक बना रहा है। बात कर रहे हैं बिलासपुर के अपर कलेक्टर शिव प्रसाद बनर्जी की। सामान्य प्रशासन विभाग ने 28 अक्टूबर 2024 को राज्य प्रशासनिक सेवा के छह अधिकारियों का ट्रांसफर किया था।

इस आदेश में पहला नाम बिलासपुर के अपर कलेक्टर शिव कुमार बनर्जी को जीएडी ने मंत्रालय में उप सचिव बनाया था। उप सचिव बोले तो मंत्रालय का बड़ा बाबू। इसे लूप लाईन की पोस्टिंग मानी जाती है।

28 अक्टूबर के आदेश के बाकी पांच अधिकारियों ने ट्रांसफर वाली जगह पर अपनी ज्वाईनिंग दे दी। मगर बिलासपुर के अपर कलेक्टर शिव कुमार बनर्जी ट्रांसफर के तीन महीने से ज्यादा होने के बाद भी अभी तक ज्वाईन नहीं किया है।

सबसे बड़ा मजाक

अभी तक आपने शिक्षकों का म्यूचुअल ट्रांसफर की बात सुनी होगी। मगर प्रशासनिक अधिकारियों के पारस्परिक पोस्टिंग नहीं देखा होगा। मगर छत्तीसगढ़ के प्रशासन में कुछ भी संभव है।

पता चला है, बिलासपुर के अपर कलेक्टर शिव कुमार बनर्जी और रायगढ़ के सुनील चंद्रवंशी ने जीएडी को म्यूचुअल पोस्टिंग के लिए आवेदन दिया है। याने चंद्रवंशी मंत्रालय में उप सचिव बनने तैयार हैं और उनकी जगह पर शिव कुमार बनर्जी रायगढ़ अपर कलेक्टर बनेंगे।

प्रशासनिक भर्राशाही की पराकाष्ठा

अपर कलेक्टरों के म्यूचुअल पोस्टिंग के हास्यपद और दुःसाहसी आवेदन के बाद भी जीएडी ने उसे न खारिज किया और न ही अपर कलेक्टर को अभी तक ज्वाईन कराया।

म्यूचुअल पोस्टिंग की प्रशासनिक नियम जानने एक रिटायर एसीएस से एनपीजी न्यूज ने बात की। उन्होंने कहा कि म्यूचुअल पोस्टिंग दो अलग-अलग राज्य सरकारों के बीच हो सकती है।

छत्तीसगढ़ में शिक्षाकर्मी की जब व्यवस्था थी, तब म्यूचुअल पोस्टिंग का रास्ता निकाला गया था, क्योंकि वे पंचायतों के अधीन थे। मगर प्रशासनिक अधिकारियों की म्यूचुअल पोस्टिंग हरगिज नहीं हो सकती।

मंत्रियों का पोट्रेट

बिलासपुर के अपर कलेक्टर शिव कुमार बनर्जी का डिप्टी सीएम अरुण साव समेत कई बड़े लोगों का पोट्रेट बनाते वीडियो सोशल मीडिया में चल रहा है। शिव बनर्जी एंड आर्ट नाम से यूट्यूब पेज बनाया है, जिसमें उप मुख्यमंत्री अरुण साव के साथ कई बड़े लोगों का पोट्रेट बनाते वे दिखाई पड़ रहे हैं।जानकारों का कहना है कि सुबह दस बजे से साढ़े पांच बजे की ड्यूटी आवर के अलावा अफसर निजी तौर पर प्रोट्रेट, पेटिंग बना सकता है मगर सरकारी मुलाजिमों को मंत्रियों के परिवार का पोट्रेट बनाने से बचना चाहिए।



ट्रांसफर आर्डर की नाफरमानी पर सरकार के तेवर सख्‍त: होगी ब्रेक इन सर्विस की कार्यवाही, देखें जीएडी का आर्डर


रायपुर। ट्रांसफर आर्डर जारी होने के बाद नए स्‍थान पर ज्‍वाइनिंग नहीं देने वालों पर अब कड़ी कार्रवाई होगी। जीएडी की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि कई शासकीय सेवक ट्रांसफर आर्डर को कोर्ट में चुनौती देने के बाद ड्यूटी नहीं आते हैं। यह सर्विस रुल का उल्‍लंघन है। जीएडी ने विभाग प्रमुखों को जारी दिशा निर्देश में ट्रांसफर आर्डर जारी होने के 10 दिन के भीतर कार्यमुक्‍त करने के लिए कहा है। साथ ही 7 दिन में ज्‍वाइन नहीं करने वालों के खिलाफ ब्रेक इन सर्विस की कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। देखें जीएडी का आर्डर....


Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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