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CG Chief Secretary Vikas Sheel: CM विष्णुदेव के निर्देश पर GAD ने विकास शील को मनीला से बुलवाने भारत सरकार को पत्र भेजा, मुख्य सचिव के लिए CM के हैं च्वाईस...

CG Chief Secretary Vikas Sheel: छत्तीसगढ़ के बनने वाले नए मुख्य सचिव मूलतः मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के च्वाईस हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग ने डीओपीटी को लेटर भेजा। इसके बाद विकास शील को मनीला से बुलाने फाइल दौड़ी।

CG Chief Secretary Vikas Sheel: CM विष्णुदेव के निर्देश पर GAD ने विकास शील को मनीला से बुलवाने भारत सरकार को पत्र भेजा, मुख्य सचिव के लिए CM के हैं च्वाईस...
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By Gopal Rao

CG Chief Secretary Vikas Sheel: रायपुर। 94 बैच के आईएएस अधिकारी विकास शील को छत्तीसगढ़ का मुख्य सचिव बनना निश्चित हो चुका है। 30 सितंबर को वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन के तीन महीने का एक्सटेंशन खतम होगा, उससे पहले विकास शील को नया मुख्य सचिव बनाने का आदेश जारी हो जाएगा। शीर्ष सूत्रों का कहना है कि विकास शील को मुख्य सचिव बनाने का सिर्फ औपचारिकता बाकी है। पता चला है, विकास शील ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से टेलीफोन पर बात कर मुख्य सचिव के लिए उन्हें चुनने के लिए आभार व्यक्त कर चुके हैं।

बता दें, मुख्य सचिव के लिए पिछले तीन-चार महीने से काफी कवायद चल रही थीं। इसी बीच विकास शील को मुख्य सचिव बनाए जाने की खबरें आई। पता चला है, विकास शील मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पसंद हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने विकास शील को मनीला से वापिस बुलाने भारत सरकार को पत्र भेजने का निर्देश दिया था। करीब दसेक दिन पहले इसके लिए जीएडी ने डीओपीटी को पत्र भेजा था। छत्तीसगढ़ सरकार के लेटर के बाद केंद्र हरकत में आया। 12 सितंबर को डीओपीटी ने एशियाई विकास बैंक मनीला मे पोस्टेड विकास शील को वापिस बुलाने पत्र भेजा और उसके अगले दिन 13 सितंबर को विकास शील को वहां से रिलीव कर दिया गया। विकास शील को वहां फेयरवेल भी हो गया है। जल्द ही वे दिल्ली लौटेंगे। भारत सरकार फिर उन्हें प्रतिनियुक्ति से छत्तीसगढ़ भेजने का आदेश जारी करेगी। इसके बाद विकास शील रायपुर लौटकर बतौर एडिशनल चीफ सिकरेट्री ज्वाईनिंग देंगे। इसके बाद 29 या 30 सितंबर को चीफ सिकरेट्री बनाने का आदेश जारी किया जाएगा।

30 सितंबर से पहले भी आदेश

ब्यूरोक्रेसी में चर्चा इस बात की भी है कि 30 सितंबर से पहले भी विकास शील को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। हालांकि, सरकार के तरफ से ऐसा कोई संकेत नहीं है और न ही ऐसी कोई जल्दीबाजी दिखाई जा रही। मगर एक वर्ग का कहना है कि चूकि विकास शील को सीएस बनाए जाने की खबर पखवाड़ा भर पहले वायरल हो गई, इसलिए उनकी पोस्टिंग जल्दी की जा सकती है। आमतौर पर मुख्य सचिव और डीजीपी बनाए जाने की पोस्टिंग एकाध दिन पहले ही की जाती है। हालांकि, देश में इसी साल जुलाई में ये पहली बार हुआ कि बिहार के मुख्य सचिव का आदेश एक महीने पहले जारी कर दिया गया था। रही बात छत्तीसगढ़ की तो अमिताभ जैन के रिटायर होने में 13 दिन बच गए हैं। यद्यपि, सरकार चाहे तो उन्हें रिटायर कर सकती है, अमिताभ के पास नीति आयोग के उपाध्यक्ष का पद है। मगर पौने पांच साल मुख्य सचिव रहे अफसर को सरकार इस तरह विदा नहीं करेगी। इसलिए, ऐसा समझा जा रहा कि 30 सितंबर को ही उनकी ग्रेंड विदाई दी जाएगी।

जानिये कौन हैं विकाश शील

आईएएस विकाशील छत्तीसगढ़ कैडर के 1994 बैच के आईएएस अफसर है। उनका पूरा नाम विकासशील गुप्ता है। वैसे वे उत्तरप्रदेश के मूल निवासी हैं। मगर बाद में उनका परिवार उत्तराखंड के गढ़वाल का वशिंदा हो गया। विकासशील का जन्म 10 जून 1969 को हुआ। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग से बीई किया फिर इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग से एमई किया। विकासशील गुप्ता ने 4 सितंबर 1994 को आईएएस की सर्विस ज्वॉइन की है। विकासशील की पत्नी भी छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस हैं। छत्तीसगढ़ में कई अहम पदों पर काम कर चुके विकासशील 2018 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। जनवरी 2024 से एडीबी में कार्यकारी निदेशक के पद पर थे। वहां से रिलीव होकर अब वे वापिस लौट रहे हैं।

आईएएस पत्नी

विकासशील का विवाह निधि छिब्बर से हुआ है। निधि छिब्बर हरियाणा की रहने वालीं है। वे छतीसगढ़ कैडर की 1994 बैच की आईएएस अफसर हैं। दोनों पति-पत्नी बैचमेट हैं। वर्तमान में वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नीति आयोग में एडवाइजर थी। मई 2025 से उन्हें नीति आयोग में विकास निगरानी और मूल्यांकन कार्यालय (डीएमईओ) का महानिदेशक बनाया गया। विकास शील के साथ वे भी अब छत्तीसगढ़ लौट रही हैं।

विकासशील का प्रोफ़ेशनल कैरियर

आईएएस विकासशील गुप्ता मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अफसर थे। राज्य बंटवारे के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ मिल गया। हालांकि, मध्यप्रदेश के समय वे कटघोरा और जांजगीर के एसडीएम रहे। नवंबर 2000 में छत्तीसगढ़ आने के बाद वे कोरिया, बिलासपुर और रायपुर के कलेक्टर रहे। इसके बाद वे स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य, फूड और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव रहे हैं। 2018 से वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भारत सरकार चले गए। वे स्वास्थ्य कल्याण विभाग में अतिरिक्त सचिव रहे। जल शक्ति मंत्रालय में पेयजल और स्वच्छता विभाग में जल जीवन मिशन के अतिरिक्त सचिव और मिशन निदेशक रहें। जनवरी 24 में एडीबी, मनीला, फिलीपींस के कार्यकारी निदेशक उन्हें पोस्ट किया गया। उनका कार्यकाल तीन साल का था मगर इससे पहले छत्तीसगढ़ का मुख्य सचिव बनाने के लिए उन्हें डेढ़ साल पहले ही वापिस बुला लिया गया।

Gopal Rao

गोपाल राव: रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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