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CBI Raid in Chhattisgarh: इस एडिशनल एसपी के चलते पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा जब अपमानित हुए थे, अब पड़ा सीबीआई का छापा...

CBI Raid in Chhattisgarh: महादेव सट्स ऐप घोटाले में सीबीआई ने जिन पुलिस अधिकारियों के यहां छापा मारा है, उनमें एक नाम एडिशनल एसपी संजय धु्रव का भी है। संजय धु्रव को लेकर 2022 में सूबे के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक को जलालत का सामना करना पड़ा था।

CBI Raid in Chhattisgarh: इस एडिशनल एसपी के चलते पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा जब अपमानित हुए थे, अब पड़ा सीबीआई का छापा...
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By Gopal Rao

CBI Raid in Chhattisgarh: रायपुर। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई ने आज महादेव सट्टा ऐप मामले में चार आईपीएस अधिकारियों समेत दो एडिशनल एसपी के यहां छापा मारा। सीबीआई के छापे से पुलिस महकमा हिल गया है।

जिन पुलिस अधिकारियों के यहां छापा पड़ा है, उनमें एक नाम एडिशनल एसपी संजय धु्रव का है। धु्रव बिलासपुर और दुर्ग में लंबे समय तक सीएससपी और एडिशनल एसपी रहे। दुर्ग में एडिशनल एसपी रहने के दौरान 2022 में डीजीपी अशोक जुनेजा रिव्यू मीटिंग लेने दुर्ग गए थे। मीटिंग में उन्होंने संजय धु्रव की पोलिसिंग को लेकर काफी नाराज हुए थे। डीजीपी इतने नाराज हुए थे कि रायपुर लौटने के दो-तीन दिन बार संजय धु्रव का रायगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया।

संजय धु्रव के ट्रांसफर में डीजीपी का नोट था। नोटशीट में भी इसका जिक्र था कि डीजीपी ने तबादले की सिफारिश की है। मगर डीजीपी द्वारा कराए गए ट्रांसफर के बाद भी संजय धु्रव रायगढ़ नहीं गए। वे दुर्ग में ही काम करते रहे। उपर से पखवाड़े भर बाद संजय धु्रव का ट्रांसफर आदेश निरस्त करते हुए फिर से दुर्ग में पोस्ट कर दिया गया।

बताते हैं, इस एपिसोड से डीजीपी अशोक जुनेजा बड़ा क्षुब्ध हुए थे। इसके बाद उन्होंने पुलिस का रिव्यू करना बंद कर दिया था। उसके बाद वे किसी भी जिले में नहीं गए।

महादेव सट्टा ऐप घोटाले में सीबीआई के छापे से छत्तीसगढ़ की सियासत के साथ ही पुलिस महकमा हिल गया। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ विधायक, आईजी, डीआईजी समेत कई पुलिस अधिकारियों के यहां सीबीआई ने एक साथ छापा मारा। छत्तीसगढ़ में सीबीआई का यह सबसे बड़ा छापा माना जा रहा है। इससे पहले किसी और राज्य में भी इतने बड़े स्तर पर शीर्ष पुलिस अधिकारियों के यहां भी छापे नहीं पड़े। इसके लिए सीबीआई के डीआईजी कल दोपहर छत्तीसगढ़ पहुंच गए थे।

छत्तीसगढ़ में इससे पहले कभी किसी आईपीएस अधिकारी के यहां सीबीआई का रेड नहीं पड़ा था। इस बार हुआ तो एकाध नहीं, एक साथ चार आईपीएस अधिकारियों के यहां सीबीआई ने दबिश दी। इनमें आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा, आईजी आरिफ शेख, डीआईजी प्रशांत अग्रवाल और एसपी स्तर के अधिकारी एआईजी डॉ0 अभिषेक पल्लव के यहां।

इनके अलावा एडिशनल एसपी संजय धु्रव और अभिषेक माहेश्वरी के यहां भी सीबीआई टीम ने आज तड़के दबिश दी। महादेव सट्टा ऐप कारोबार से जुड़े दो सिपाहियों के यहां भी सीबीआई की तलाशी चल रही है।

सीबीआई के ताबड़तोड़ से छत्तीसगढ़ का पुलिस महकमा सन्न रह गया है। पुलिस ही नहीं, प्रदेश की अफसरशाही में इस छापे की इसलिए चर्चा है कि इस लेवल पर कभी भी किसी जांच एजेंसी ने छापेमारी नहीं की।

बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के यहां होली से पहले 11 मार्च को ईडी ने छापा मारा था। ईडी के अफसरों ने भूपेश से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। उनके यहां से ईडी को 33 लाख कैश बरामद हुआ था।

बता दें, महादेव सट्टा ऐप की पहले ईओडब्लू जांच कर रही थी। मगर बाद में छत्तीसगढ़ सरकार ने इस केस को सीबीआई के हवाले कर दिया।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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