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CBI Raid in Chhattisgarh: दो IG, एक DIG, एक AIG, दो एडिशनल एसपी समेत कई सिपाहियों के यहां सीबीआई छापे से हिली छत्तीसगढ़ पुलिस...

CBI Raid in Chhattisgarh: महादेव सट्टा ऐप घोटाले में सीबीआई के छापे से छत्तीसगढ़ की सियासत के साथ ही पुलिस महकमा हिल गया। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ विधायक, आईजी, डीआईजी समेत कई पुलिस अधिकारियों के यहां सीबीआई ने एक साथ छापा मारा। छत्तीसगढ़ में सीबीआई का यह सबसे बड़ा छापा माना जा रहा है। इससे पहले किसी और राज्य में भी इतने बड़े स्तर पर शीर्ष पुलिस अधिकारियों के यहां भी छापे नहीं पड़े। इसके लिए सीबीआई के डीआईजी कल दोपहर छत्तीसगढ़ पहुंच गए थे।

CBI Raid in Chhattisgarh: दो IG, एक DIG, एक AIG, दो एडिशनल एसपी समेत कई सिपाहियों के यहां सीबीआई छापे से हिली छत्तीसगढ़ पुलिस...
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By Gopal Rao

CBI Raid in Chhattisgarh: रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यह सबसे बड़ा छापा होगा। महादेव सट्ट ऐप में सीबीआई ने आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके कई करीबियों के साथ ही भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव के यहां छापा मारा। सीबीआई ने रायपुर और भिलाई समेत करीब तीन दर्जन ठिकानों पर एक साथ रेड किया।

पूर्व मुख्यमंत्री और उनके करीबियों के साथ कांग्रेस विधायक के यहां छापे से छत्तीसगढ़ की सियासत हिली ही, बड़े पुलिस अधिकारियों के यहां सीबीआई रेड से पुलिस महकमा भी हिल गया।

छत्तीसगढ़ में इससे पहले कभी किसी आईपीएस अधिकारी के यहां सीबीआई का रेड नहीं पड़ा था। इस बार हुआ तो एकाध नहीं, एक साथ चार आईपीएस अधिकारियों के यहां सीबीआई ने दबिश दी। इनमें आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा, आईजी आरिफ शेख, डीआईजी प्रशांत अग्रवाल और एसपी स्तर के अधिकारी एआईजी डॉ0 अभिषेक पल्लव के यहां।

इनके अलावा एडिशनल एसपी संजय धु्रव और अभिषेक माहेश्वरी के यहां भी सीबीआई टीम ने आज तड़के दबिश दी। महादेव सट्टा ऐप कारोबार से जुड़े दो सिपाहियों के यहां भी सीबीआई की तलाशी चल रही है।

सीबीआई के ताबड़तोड़ से छत्तीसगढ़ का पुलिस महकमा सन्न रह गया है। पुलिस ही नहीं, प्रदेश की अफसरशाही में इस छापे की इसलिए चर्चा है कि इस लेवल पर कभी भी किसी जांच एजेंसी ने छापेमारी नहीं की।

बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के यहां होली से पहले 11 मार्च को ईडी ने छापा मारा था। ईडी के अफसरों ने भूपेश से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी। उनके यहां से ईडी को 33 लाख कैश बरामद हुआ था।

बता दें, महादेव सट्टा ऐप की पहले ईओडब्लू जांच कर रही थी। मगर बाद में छत्तीसगढ़ सरकार ने इस केस को सीबीआई के हवाले कर दिया।


Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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