Bhavya Bishnoi: हरियाणा के रण में इस आईएएस के पति भी आजमा रहे भाग्य: कल होगी मतगणना, उससे पहले जानिये..क्या कहता एग्जिट पोल
Bhavya Bishnoi: हरियाणा की 90 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोट डाले गए। कल 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी। हरियाणा के साथ ही जम्मू- कश्मीर के विधानसभा चुनाव का परिणाम भी कल ही जारी होगा। लेकिन हरियाणा के चुनाव में राजस्थान वालों की भी दिलचस्पी है। इसी वजह से वहां की एक र्आइएएस हैं।
Bhavya Bishnoi: एनपीजी न्यूज डेस्क
हरियाणा के चुनाव परिणाम कल जारी होंगे। इस पर पूरे देश की निगाहें रहेगी, लेकिन पड़ोसी राज्य राजस्थान की नजरें पूरे चुनाव के साथ एक विधानसभा सीट पर विशेष रुप से रहेगी। वजह यह है कि उस सीट से राजस्थान कैडर की आईएएस अफसर के पति चुनाव लड़ रहे हैं। आईएएस के पति जिस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, वे उसी सीट के सीटिंग एमएलए भी हैं। इस बार चुनाव में भव्य का मुकाबला कांग्रेस के चंद्र प्रकाश से हैं। दोनों के बीच कड़ी टक्कर बताई जा रही है।
यहां बात हो रही राजस्थान कैडर की आईएएस अफसर परी बिश्रोई और उनके एमएलए पति भव्य बिश्रोई की। भव्य हरियाणा की आदमपुर सीट से विधायक हैं और इसी बार भी बीजेपी की टिकट पर उसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार वे उप चुनाव जीतकर हरियाणा विधानसभा पहुंचे थे।
जानिये.. कौन हैं भव्य बिश्रोई
बीजेपी विधायक भव्य हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजनलाल बिश्रोई के पोते और पूर्व विधायक कुलदीप बिश्रोई के पुत्र हैं। कुलदीप बिश्रोई कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते थे, 2022 में राज्यसभा चुनाव में हुई क्रास वोटिंग के कारण कांग्रेस ने उन्हें सभी बर्खास्त कर दिया। इसके बाद कुलदीप बिश्रोई ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए।
कुलदीप बिश्रोई के इस्तीफे की वजह से खाली हुई आदमपुर सीट पर उप चुनाव हुआ तो बीजेपी ने कुलदीप बिश्रोई के बेटे भव्य को टिकट दिया। इस बार विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने बिश्रोई पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया है।
जानिये.. कौन हैं परी बिश्रोई
परी बिश्रोई 2019 बैच की आईएएस हैं। वे मूल रुप से राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली हैं। तीसरे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी क्रेक किया था। आल इंडिया लेवल पर उन्हें 30 वां रैंक प्राप्त हुआ था। परी बिश्रोई को पहले सिक्किम कैडर मिला था, लेकिन भव्य से 2022 में हुई शादी के बाद उन्होंने अपना कैडर चेंज कराके राजस्थान करा लिया।