IAS Aman Samir Biography Hindi: ISRO साइंटिस्ट से लेकर बिहार के सबसे चर्चित DM तक, पढ़ें कौन हैं IAS अमन समीर?
Aman Samir IAS Biography: जानें कैसे समस्तीपुर के Aman Samir ने ISRO वैज्ञानिक की नौकरी छोड़कर UPSC में AIR 245 हासिल किया और बिहार के चर्चित DM बने। शिक्षा, पोस्टिंग, करियर और पूरी जीवनी।

IAS Aman Samir Biography Hindi: बिहार प्रशासन में IAS अमन समीर का नाम पिछले कुछ वर्षों से लगातार सुर्खियों में है, समस्तीपुर के एक छोटे से गांव से निकलकर IIT में कदम, ISRO में वैज्ञानिक की नौकरी, और फिर UPSC में AIR 245 हासिल कर IAS बनने की उनकी कहानी किसी फ़िल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। NPG News ने सार्वजनिक जानकारी के आधार पर उनकी जीवनी और बायोग्राफी की है।
IAS Aman Samir वह अधिकारी हैं जिन्होंने बक्सर और फिर छपरा में अपनी शांत लेकिन तेज़ प्रशासनिक कौशल से ज़मीनी स्तर पर बड़ा प्रभाव डाला है। बिहार कैडर के 2015 बैच के इस IAS अधिकारी की लोकप्रियता अब सिर्फ राज्य तक ही सीमित नहीं बल्कि देशभर में UPSC Aspirants उन्हें एक Role Model की तरह देखते हैं।
IAS अमन समीर का प्रोफाइल
- नाम अमन समीर
- सेवा IAS, 2015 बैच
- कैडर बिहार
- UPSC रैंक AIR 245 (CSE 2014)
- शिक्षा IIT Roorkee – B.Tech
- पूर्व पेशा ISRO Scientist
- DM पोस्टिंग बक्सर (2020–2023), सारण (2023–वर्तमान)
शुरुआती जीवन और शिक्षा
- जन्म : समस्तीपुर ज़िले के गदोबियाज़ीपुर गाँव, बिहार
- परिवार: पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक, माता गृहिणी
- भाई-बहन: कुल पाँच (2 भाई, 3 बहनें)
- स्कूली शिक्षा: समस्तीपुर और दलसिंहसराय के स्कूलों से
- उच्च शिक्षा: IIT Roorkee से B.Tech in Materials Engineering
परिचय: कौन हैं अमन समीर IAS?
अमन समीर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 2015 बैच के अधिकारी हैं, वो वर्तमान में बिहार के सारण ज़िले में जिलाधिकारी (DM) के रूप में कार्यरत हैं। ISRO में वैज्ञानिक की प्रतिष्ठित नौकरी छोड़कर उन्होंने UPSC की राह चुनी और AIR 245 के साथ IAS बने।
कहानी की शुरुआत: समस्तीपुर के गदोबियाज़ीपुर गांव से
Aman Samir का जन्म समस्तीपुर के ग्रामीण परिवेश में हुआ। पिता सरकारी स्कूल के सेवानिवृत्त शिक्षक, माँ गृहिणी, और पाँच भाई-बहनों के बीच पला-बढ़ा यह बच्चा बहुत कम उम्र से पढ़ाई में असाधारण था। परिवार की साधारण आर्थिक स्थिति के बावजूद उनकी जिज्ञासा और अनुशासन ने उन्हें बिहार से IIT की ओर धकेला जहाँ उन्होंने IIT Roorkee से B.Tech (Materials Engineering) पूरा किया।
ISRO से इस्तीफ़ा… और IAS बनने का निर्णायक मोड़
IIT के बाद उन्हें ISRO Scientist की प्रतिष्ठित नौकरी मिली। लेकिन यह नौकरी उनके भीतर के अधिकारी को संतुष्ट नहीं कर सकी। कुछ समय बाद उन्होंने बड़ा निर्णय लिया ISRO छोड़कर UPSC की तैयारी शुरू कर दी। दो प्रयासों में असफलता के बाद तीसरे प्रयास में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए UPSC CSE 2014 में AIR 245, और 2015 बैच में वे IAS बने।
बिहार कैडर: सबसे तेज़ी से उभरते अधिकारियों में शामिल
IAS बनने के बाद उनकी पोस्टिंग का शुरुआती सफर सामान्य रहा, लेकिन असली पहचान DM बक्सर बनने के बाद मिली।
बक्सर: 2020-2023 साइलेंट परफॉर्मर DM
जब बक्सर जिलाधिकारी के रूप में उन्होंने काम संभाला तब COVID-19 से लेकर लॉ एंड ऑर्डर तक कई चुनौतियाँ सामने थीं। उनकी शैली न तो कैमरों के सामने की थी और न ही सोशल मीडिया पर शोर मचाने वाली लेकिन ग्राउंड पर उनकी पकड़ अभूतपूर्व थी। बक्सर में प्रशासनिक सुव्यवस्था, गांव-स्तर तक त्वरित कार्रवाई, और पब्लिक-फेसिंग रिस्पॉन्स सिस्टम ने उन्हें बेहद लोकप्रिय बना दिया।
छपरा (सारण): वर्तमान DM
फिलहाल वे DM Saran हैं एक ऐसा जिला जिसे संभालना किसी भी अधिकारी के लिए परीक्षा माना जाता है। यहाँ वे लगातार क्षेत्रीय विकास, प्रशासनिक मॉडर्नाइजेशन और शिकायत निवारण पर काम कर रहे हैं।
क्यों माना जाता है उन्हें युवा अफसरों का आइकॉन?
क्योंकि उनकी कहानी सिर्फ IAS बनने की ही नहीं इंजीनियरिंग, विज्ञान, टेक्नोलॉजी, रिसर्च, प्रशासन और जमीन से जुड़ी सेवा इन सबका मिश्रण है Aman Samir की यात्रा।
