3 IPS Suspended: तीन आईपीएस निलंबित, इस मॉडल से जुड़ा है मामला, डीजी रैंक के IPS समेत 3 निबटे...जानिए
3 IPS Suspended: तीन सीनियर आईपीएस अधिकारियों को मॉडल को उत्पीड़न करने, दुर्व्यवहार करने और झूठा अपराध दर्ज कर 42 दिनों तक जेल भेजने के आरोप में आंध्र प्रदेश सरकार ने निलंबित कर दिया है।
3 IPS Suspended विजयवाड़ा। मॉडल पर झूठा अपराध दर्ज कर 42 दिनों तक जेल में रखने के आरोप में डीजी, पुलिस आयुक्त,एसपी जैसे सीनियर पदों पर तैनात तीन आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने एक मामले में समझौता करवाने के लिए झूठा केस दर्ज किया और अभिनेत्री को परेशान किया। हिरासत के दौरान अभिनेत्री और उसके माता-पिता से दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें उनके कानूनी अधिकारों से वंचित कर दिया।
जिन तीन आईपीएस अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें डीजी रैंक के तत्कालीन खुफिया प्रमुख पी सीताराम अंजनेयुलु , विजयवाड़ा के पूर्व पुलिस कमिश्नर रहे कांथी राणा टाटा ( आईजी रैंक), और तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर विजयवाड़ा विशाल गुन्नी( एसपी रैंक) को निलंबित किया गया है। तीनों को अभिनेत्री के उत्पीड़न में शामिल रहने के आरोप में निलंबित किया गया है।
मुंबई की मूल निवासी 28 वर्षीय कादंबरी जेठवानी मॉडल और अभिनेत्री है। उनका जन्म 20 अप्रैल 1996 को हुआ है। वे 2015 में फेमिना मिस गुजरात रह चुकी है। कादंबरी जेठवानी हिंदी, तेलुगू, और कन्नड़ फिल्मों में काम कर चुकी है। फेमिना की कवर गर्ल रह चुकी कादंबरी मलयालम और पंजाबी फिल्मों के अलावा मॉडलिंग में भी अच्छा नाम कमा चुकी है। उनके द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार उन्होंने मुंबई में निगम के एक सीनियर अधिकारी के खिलाफ अपराध दर्ज करवाया था। जिस पर समझौता करवाने के लिए इस साल 2 फरवरी को उनके और उनके माता-पिता के खिलाफ धोखाधड़ी के झूठा मामला दर्ज किया गया। राज्य में जब वाईएसआर कांग्रेस की सरकार थी तब पार्टी के नेता और फिल्म प्रोड्यूसर विद्यासागर की शिकायत पर 2 फरवरी को उनके खिलाफ धोखाधड़ी और जबरन वसूली का मामला दर्ज कराया। मॉडल की शिकायत के अनुसार कादंबरी पर एफआईआर 2 फरवरी की सुबह 6:30 बजे दर्ज की गई थी। पर तत्कालीन खुफिया प्रमुख पी सीताराम अंजनेयुलु ने उनकी गिरफ्तारी के निर्देश 31 जनवरी को दे दिए थे।
मुंबई की रहने वाली कादंबरी जेठवानी ने एनटीआर पुलिस कमिश्नर एसवी राजशेखर बाबू के पास की गई शिकायत में बताया है कि सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर विद्यासागर ने उन्हें मामला वापस लेने के लिए उनके माता-पिता के साथ प्रताड़ित किया। बिना किसी पूर्व सूचना के आंध्र पुलिस मुंबई पहुंची और मुंबई से कादंबरी तथा उनके माता-पिता को विजयवाड़ा ले जाया गया। उन्हें और उनके परिवार को फसाने के लिए जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार किया। हिरासत में लिए जाने के दौरान पुलिस ने मॉडल और उसके माता-पिता के कानूनी अधिकारों का उल्लंघन कर अपने वकील और रिश्तेदारों से मिलने नहीं दिया तथा शारीरिक और मानसिक रूप से उत्पीड़न किया। मॉडल की शिकायत के अनुसार अधिकारियों ने धमकी दी थी कि अगर मुंबई में दर्ज करवाई गई शीर्ष निगम अधिकारी के खिलाफ शिकायत वापस नहीं ली तो दूसरे राज्यों में इसी तरह के झूठे मामले दर्ज होंगे।
कादंबरी की शिकायत के बाद वर्तमान सरकार ने इसकी जांच करवाई। जांच में सत्ता के दुरुपयोग और बिना समुचित प्रक्रियाओं का पालन किए मॉडल कादंबरी जेठवानी और उनके माता-पिता को गिरफ्तार करने और जेल भेजने का खुलासा हुआ। मॉडल को परेशान करने, गिरफ्तार करने, उनके बुजुर्ग माता-पिता को अपमानित करने, गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखने में तीन पुलिस अधिकारियों की भूमिका सामने आई। जिसके बाद तीनों आईपीएस अधिकारियों पीएसआर अंजा नेयुलु, कांथी राणा टाटा और विशाल गुन्नी को निलंबित कर दिया गया है।
आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा अलग-अलग निकाले गए निलंबन आदेश में कहा गया है कि शिकायत के आधार पर तीनों वरिष्ठ आईपीएस के खिलाफ जांच करवाई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया गंभीर कदाचार और कर्तव्य के प्रति लापरवाही उजागर हुई। जांच रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट है कि मॉडल कादंबरी जेठवानी के खिलाफ 2 फरवरी को एफआईआर दर्ज होने से पहले ही 31 जनवरी को गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए गए थे। जिसके लिए दोषी तीनों आईपीएस अधिकारियों को निलंबित किया जाता है।