सदन में बृजमोहन की चुनौती – “गिरदावरी के कारण किसान का मरना दुर्भाग्यपूर्ण..बारदाना ख़रीदना राज्य की जवाबदेही.. यदि यह केंद्र सरकार की जवाबदेही है तो आदेश दिखाइए”
रायपुर,23 दिसंबर 2020। धान और किसान मुद्दे पर विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता पर चर्चा के दौरान वरिष्ठ सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने सत्ता पक्ष को चुनौती देते हुए बारदानों की कमी के लिए केंद्र सरकार को दोषी बताने को ख़ारिज करते हुए कहा –
“बारदानों की व्यवस्था राज्य सरकार की जवाबदेही है.. यदि इसके लिए केंद्र या जूट कमिश्नर जवाबदेह है तो आदेश बताईए”
स्थगन की ग्राह्यता के पक्ष में बोलते हुए सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा –
“ 1500 करोड़ का धान खराब हो रहा है, गिरदावरी कम कराने और नक़ली खाद बीज की वजह से किसान निराश है और ख़ुदकुशी कर रहा है.. जिस बारदानों की बात कही जाती है वो व्यवस्था करना राज्य सरकार की जवाबदेही है..”
स्थगन की ग्राह्यता के पक्ष में बोलते हुए सदस्य धर्मजीत सिंह ने पूरी धान ख़रीदी की व्यवस्था को प्रश्नांकित किया। धर्मजीत सिंह ने कहा –
“किसानों की मौत ख़ुदकुशी का सरकार की ही जवाबदेही है.. आप लोग किसान आत्महत्या करे तो उसे विक्षिप्त और उसकी पत्नी को चरित्रहीन है कहना बेहद आपत्तिजनक है.. बोरा आपकी जवाबदेही है.. दिल्ली सरकार ने बोरा नही दिया तो क्या आप लोग बोल देंगे कि धान ख़रीद नही करेंगे.. यह संभव नही मंत्री जी क्योंकि आप लोग का निकलना मुश्किल हो जाएगा.. पूरे प्रदेश में धान का उठाव क्यों नही हुआ.. ट्रांसपोर्ट का टेंडर हुआ या नही .. नही हुआ तो क्यों नही हुआ .. और हो गया तो ट्रांसपोर्टिंग क्यों नही हुआ”