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Peace talks with Naxalites: डिप्‍टी सीएम विजय शर्मा के वार्ता प्रस्‍ताव का नक्‍सलियों ने भेजा जवाब: बातचीत के लिए अनुकूल वातावरण बनाने रखी ये शर्तें

Peace talks with Naxalites: छत्‍तीसगढ़ में डिप्‍टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने बस्‍तर में शांति के लिए नक्‍सलियों के सामने वार्ता का प्रस्‍ताव रखा है। इस प्रस्‍ताव पर पहले नक्‍सलियों की दंडकारण्‍य स्‍पेशल जोनल कमेटी ने जवाब भेजा है। इस बार उन्‍होंने एक शर्त कम कर दी है।

Peace talks with Naxalites:  डिप्‍टी सीएम विजय शर्मा के वार्ता प्रस्‍ताव का नक्‍सलियों ने भेजा जवाब: बातचीत के लिए अनुकूल वातावरण बनाने रखी ये शर्तें
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By Sanjeet Kumar

Peace talks with Naxalites: रायपुर। बस्‍तर में हिंसा खत्‍म करने और शांति स्‍थापित करने के लिए प्रदेश के डिप्‍टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्‍सलियों के सामने शांति वार्ता का प्रस्‍ताव रखा है। शर्मा वीडियो कॉल के माध्‍यम से भी नक्‍सलियों संगठन से जुड़े छत्‍तीसगढ़ के युवाओं से बात करने की बात कह चुके हैं। डिप्‍टी सीएम शर्मा हाल ही में बीजापुर के जांगला के दौरे गए थे, तब भी उन्‍होंने शांति वार्ता की बात दोहराई थी।

डिप्‍टी सीएम शर्मा के इस प्रस्‍ताव पर नक्‍सलियों की दंडकारण्‍य स्‍पेशल जोनल कमेटी ने जवाब भेजा है। बता दें कि नक्‍सलियों की दंडकारण्‍य स्‍पेशल जोनल कमेटी छत्‍तीसगढ़ के बस्‍तर के साथ ही महाराष्‍ट्र, ओडिशा और तेलंगाना में भी सक्रिय है। इस कमेटी के प्रवक्‍ता विकल्‍प के हस्‍ताक्षर से जारी लिखित बयान में बातचीत के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं।

जानिए... क्‍या है नक्‍सलियों की शर्त

15 मार्च की तारीख के साथ जारी इस बयान में नक्‍सल प्रवक्‍ता ने बातचीत के लिए सरकार के सामने अनुकूल वातावरण बनाने की शर्त रखी है। इसके लिए अलगे 6 महीने तक सरकारी फोर्स को बैरकों में सीमित रखने और नए कैंप नहीं खोलने के साथ ही झूठे मुठभेड़ बंद करने की शर्त रखी है। बता दें कि फरवरी में भी नक्‍सलियों की तरफ से ऐसा ही एक बयान आया था।

नक्‍सलियों ने कम की एक शर्त

इससे पहले फरवरी में आए बयान में नक्‍सलियों ने वार्ता के लिए मुठभेड़ों व क्रॉस फायरिंग के नाम पर झूठी मुठभेड़ों में आदिवासियों की जघन्य हत्याएं बंद करने की मांग की थी। तमाम सशस्त्र बलों को 6 माह के लिए बैरकों (थानों व कैंपों) तक सीमित किया जाए। नए कैंप स्थापित करना बंद किया जाए। राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए। अभी जारी बयान में राजनीतिक बंदियों को रिहा करने वाली शर्त नहीं रखी गई है। 15 मार्च को जारी बयान में नक्‍सली प्रवक्‍ता ने कहा कि यह सर्वविदित है कि अनुकूल वातावरण के बिना कोई वार्ता संभव नहीं हो सकती है। अनुकूल वातावरण के लिए हमने सरकार के सामने कोई बहुत बड़ी मांग या कोई शर्त नहीं रखी। हमने सिर्फ यह सुनिश्चित करने कहा कि मुठभेड़ों व क्रॉस फायरिंग के नाम पर झूठी मुठभेड़ों में आदिवासियों की जघन्य हत्याएं बंद की जाए, तमाम सशस्त्र बलों को 6 माह के लिए बैरकों (थानों व कैंपों) तक सीमित किया जाए एवं नए कैंप स्थापित करना बंद किया जाए।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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