EOW Raid: CGMC छापा: CM की हरी झंडी के बाद ACB ने 18 घंटे वर्क कर 5 दिन में छापे का ऐसे तैयार किया ब्लूप्रिंट
EOW Raid: छत्तीसगढ़ के मेडिकल कारपोरेशन के 10 हजार करोड़ क़े घोटाले में ACB ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए दर्ज़न भर से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापा मारा. इनमें CGMC के अफसर, सप्लायर और दवा तथा मेडिकल उपकरण के आपूर्ति करने वाले शामिल हैं.

EOW Raid: रायपुर. छत्तीसगढ़ की एसीबी ने आज अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए दवा और मेडिकल उपकरण सप्लाई स्कैम में एक साथ दर्ज़न भर से अधिक ठिकानों पर छापा मारा.
इनमें छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग और हरियाणा का पंचकुला शामिल है.
एसीबी की टीम आज तड़के पांच बजे रायपुर में एक अफसर के यहाँ पहुंची, तो ठंड की वजह से उसका परिवार गहरी नींद में डूबा हुआ था. कॉल बेल बजाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो एसीबी ने अफसर के मोबाइल पर कॉल कर अफसर को जगाया.
बताते हैं, मुख्यमंत्री ने 19 जनवरी को एसीबी जांच के लिए हरी झंडी दी. इसी दिन शाम को ऐसीबी में अनुमति लेटर पहुंच गया.
सामान्य प्रशासन विभाग का लेटर मिलते ही एसीबी ने 20 जनवरी से छापे की तैयारी शुरू की. सूत्रों का कहना है, मुख्यमंत्री सचिवालय का निर्देश था कि CGMC स्कैम पर अविलम्ब कार्रवाई की जाए. लिहाजा ऐसीबी ने दिन रात एक कर छह दिन में कार्रवाई का रोड मैप तैयार कर लिया. रेड की तैयारी कल की थी मगर बाद गणतंत्र दिवस के चलते एक दिन टाल दिया गया.
मेडिकल घोटाले में पूरा होम वर्क करने के बाद ऐसीबी ने दर्ज़न भर से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापा मारा. इनमें CGMC के अफसर, सप्लायर और दवा तथा मेडिकल उपकरण के आपूर्ति कर्ता शामिल हैँ.
10 हजार करोड़ का घोटाला
छत्तीसगढ़ मेडिकल कारपोरेशन क़े अफसरों ने पिछले पांच-सात साल में दस हजार करोड़ का वारा-न्यारा किया. पिछले साल दुर्ग क़े एक चर्चित सप्लायर ने निर्धारित रेट से 100 गुना रेट पर री एजेंट और उपकरणों की करीब 200 करोड़ की सप्लाई की थी.
एमडी को हटवा दिया
CGMC क़े अफसरों और सप्लायरों का रैकेट इतना तगड़ा था कि 2022 में एमडी कार्तिकेय गोयल ने सख़्ती शुरू की तो उन्हें हटवा दिया.