CG Liquor Scam: अरविंद,अनवर व एपी फिर EOW के हवाले: सौम्या की जमानत पर हुई सुनवाई, जानिए...क्या हुआ फैसला
CG Liquor Scam: शराब घोटाला में गिरफ्तार अरविंद सिंह और अनवर ढेबर के साथ ही बिहार से गिरफ्तार कर लाए गए एपी त्रिपाठी को आज ईओडब्ल्यू ने कोर्ट में पेश किया। तीनों को रिमांड पर लेने की ईओडब्ल्यू के आवेदन को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
CG Liquor Scam: रायपुर। शराब घोटाला में पकड़े गए आरोपियों को फिलहाल रहात मिलती नहीं दिख रही है। पहले पकड़े गए अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को ईओडब्ल्यू ने आज कोर्ट में पेश किया। दोनों की रिमांड आज खत्म हो रही थी। इसके साथ ही ईओडब्ल्यू ने बिहार से पकड़ कर लाए गए एपी त्रिपाठी को भी कोर्ट में पेश किया। ईओडब्ल्यू ने तीनों को रिमांड पर सौंपने के लिए कोर्ट में आवेदन पेश किया था, जिसे स्वीकार कर लिया। अब तीनों आरोपी 18 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू की हिरासत में रहेंगे।
सौम्या की जमानत पर फैसला सुरक्षित
शराब और कोयला घोटाला के आरोप में जेल में बंद मुख्यमंत्री सचिवालय की पूर्व उप सचिव सौम्या चौरसिया के जमानत आवेदन पर भी आज कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट 16 अप्रैल को फैसला सुनाएगी। वहीं, महादेव गेमिंग एप में गिरफ्तार निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा की जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी, जबकि एक अन्य आरोपी नितेश की जमानत पर 15 अप्रैल तक के लिए कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
दूसरे दिन भी छापे जारी, 6 ठिकानों पर चल रही जांच
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो व एंटी करप्शन ब्यूरो (ईओडब्ल्यू-एसीबी) ने शराब घोटाला मामले में आज रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और उनके करीबियों के यहां छापा मारा। ब्यूरो ने जेल रोड स्थित होटल वेनिंगटन कोर्ट में दबिश दी है। यह होटल ढेबर परिवार का है। ब्यूरो इन छापों में शराब घोटाला के पैसों के निवेश के साक्ष्य तलाश रही है। सूत्रों के अनुसार रायपुर मेयर का घर भी जांच के दायरे में आ गया है। सूत्रों के अनुसार आज महापौर एजाज ढेबर, अख्तर ढेबर, अनवर ढेबर और जुनैद ढेबर के घर पर जांच चल रही है।
बता दें कि ईडी की रिपोर्ट के आधार पर शराब घोटाला में एफआईआर दर्ज कर चुकी ईओडब्ल्यू-एसीबी इस मामले की जांच तेजी से कर रही है। ब्यूरो ने अरविंद सिंह और अनवर ढेबर के बाद आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुणपति (एपी) त्रिपाठी को भी गिरफ्तार कर लिया है। ब्यूरो ने एक दिन पहले राज्य के अलग-अलग शहरों में 21 स्थानों पर दबिश दी थी। इनमें रायपुर में 09, दुर्ग-भिलाई में 07, राजनांदगांव में 04 और बिलासपुर में 04 स्थान शामिल थे। अफसरों के अनुसार तलाशी पर लगभग 19 लाख नकद, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, पेन-ड्राइव, बैंक स्टेटमेन्ट्स, चल-अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज, करोडों के आभूषण, बैंकों में करोडों के निवेश के अलावा अनेक अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनका परीक्षण किया जा रहा है। दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्ति के सामान्य निवेश एवं शेल कम्पनियों के माध्यम से लेयरिंग, अनसिक्योर्ड लोन एवं निवेश संबंधी दस्तावेज शामिल हैं।