CG GST Raid Breaking: GST छापा ब्रेकिंगः फूल बेचने वाले ने 60 लाख, ट्रांसपोर्ट कंपनी ने 2.90 करोड सरेंडर किया टैक्स, ओपी चौधरी के मंत्री बनने के बाद एक्शन में GST, लगातार छापे
CG GST Raid Breaking:
CG GST Raid Breaking:
0 छत्तीसगढ़ में अब जीएसटी चोरी करने वालों की खैर नहीं।
0 जीएसटी मंत्री ओपी चौधरी ने अफसरों को कार्रवाई तेज करने के दिए निर्देश
0 टैक्स चोरों को पकड़ने के लिए एडवांस आईटी टूल्स का प्रयोग
0 इन्फ़ोर्समेंट विंग में नए अधिकारियों को नियुक्ति
0 बोगस आईटीसी क्लेम करने वाली कंपनी का 20 करोड़ का आईटीसी को ब्लॉक
CG GST Raid Breaking: रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीजेपी की नई सरकार के गठन के बाद राज्य का जीएसटी विभाग टैक्स चोरों पर धावा बोल दिया है। प्रदेश में लगातार छापे डाले जा रहे हैं और इसमें लाख से लेकर करोड़ तक में रकम सरेंडर किए जा रहे हैं। जीएसटी विभाग के अफसरों ने बताया कि टैक्स चोरी रोकने के लिए इन्फ़ोर्समेंट विंग में नए अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। विंग द्वारा लगातार न केवल व्यवसाय स्थलों की जांच की जा रही है बल्कि राज्य में सभी प्रमुख मार्गों पर ई वे बिल की भी जांच की जा रही है।
इसी दौरान ई-वे बिल की जांच से दो वाहनो से 24 लाख रु वसूल किया गया है। इसमें चार वाहनो को जब्त कर आगे कार्यवाही की जा रही है। जिन वाहनो से टैक्स और पेनाल्टी वसूल किया गया है उनमे कोयला और एमएस वायर बिना ई वे बिल के ले जाया रहा था। बोगस फर्म बनाकर उनके नाम से माल परिवाहित करने वालों पर विभाग की विशेष नजर है। विभाग ने इस बार अपनी रणनीति बदली है और फॉरवर्ड बैकवर्ड एनालिसिस करते हुए परिवहित माल के स्त्रोत तक भी पंहुच कर कार्यवाही की जा रही है।
ई-वे बिल के आधार पर कार्यवाही करते हुये इन्फ़ोर्समेंट विंग ने रायपुर के रूप लक्ष्मी प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा। स्टॉक में गड़बड़ी पाये जाने पर संचालक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये 50 लाख रुपए टैक्स मौके पर ही सरेंडर किए। अभी आगे की कार्यवाही चल रही है जिसमे और टैक्स जमा होने की संभावना है। ऐसे ही एक बेनामी गोदाम से भी 30 लाख रु. मूल्य का माल जब्त किया गया है।
विभाग द्वारा एडवांस आईटी टूल्स का प्रयोग कर चोरी पकड़ने में किया जा रहा है। प्रत्येक संदिग्ध सप्लाई पर विभाग की नजर है। आईटी टूल्स से प्राप्त आंकड़ो के विश्लेषण के आधार पर स्टेट जीएसटी द्वारा बोगस फ़र्मों के नेटवर्क को भी पकड़ा गया है, जिन्होंने केवल 2022-23 मे 45 करोड़ रु बोगस आई टीसी का क्लैम किया है। इन बोगस फ़र्मों पर अभी कार्यवाही चल रही है इस प्रकरण में 20 करोड़ रु के आईटीसी को ब्लॉक कर दिया गया है।
कोरबा मे इंफोर्समेंट विंग द्वारा कंधारी ट्रांसपोर्ट पर छापा मारकर 2.9 करोड़ मौके पर वसूला गया। जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस केस में जांच अभी जारी है और भी टैक्स जमा किया जाना संभावित है। जीएसटी का छापा जत्था ने रायपुर के एक इवेंट मैनेजर और डेकोरेटोर फ्लावर क्वीन पर भी छापा मारा। फ्लावर क्वीन इनके अपने रिटर्न मे फूल बेचना बताते हुए टैक्स नहीं पटाया जा रहा था, जबकि डेकोरेशन पर 18 फीसदी से जीएसटी लगता है। फ्लावर क्वीन द्वारा मौके 60 लाख रु जमा कराया गया है। जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने एनपीजी न्यूज को बताया कि ऐसी कार्रवाई अब नियमित रूप से रहेंगी। अफसरों ने कहा कि पारदर्शिता के लिए आईटी आधारित जाँचों पर ज़ोर दिया जा रहा है।