Budget session of Chhattisgarh Assembly: जंगल सफारी में 74 जीवों की मौत: स्पीकर बोले- 3 साल तक निलंबित रहे डॉक्टर को क्यों रखा है वहां, मंत्री बोले- CZA से कराएंगे जांच
Budget session of Chhattisgarh Assembly: प्रदेश के नवा रायपुर स्थिति जंगल सफारी में 74 वन्यजीवों की मौत हो गई। इस मामले में वहां पदस्थ डॉक्टर पर भी सवाल उठ रहे हैं। यह मुद्दा आज विधानसभा में उठा।
Budget session of Chhattisgarh Assembly: रायपुर। नवा रायपुर स्थित जंगल सफारी में 2023 से जनवरी 2024 के बीच 74 वन्य जीवों की मौत हो चुकी है। इनमें से 58 जीवों की मौत स्वभाविक है, बाकी मौत अलग-अलग कारणों से हुई है। वन मंत्री केदार कश्यप ने आज विधानसभा में इस पूरे मामले की केंद्रीय एजेंसी सेंट्रल जू अथॉरिटी से जांच कराने की घोषणा की।
यह मामला प्रश्नकाल के दौरान उठा। शेषराज हरवंश ने इसको लेकर प्रश्न लगाया था। सदन में इस पर सवाल- जवान के दौरान विधायक ने बताया कि जंगल सफारी में जिस डॉ राजेश वर्मा को पदस्थ किया गया है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। तीन वर्ष तक निलंबित रहे हैं। इस पर स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि 3-3 वर्ष तक निलंबित रहे डॉक्टर को वहां क्यों रखे हैं किसी अच्छे को भेजिए। मंत्री ने बताया कि वन्य जीवों की मौत के मामले में 3 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है उनका जवाब आते ही विभागीय कार्यवाही की जाएगी। मंत्री ने बताया कि जंगल सफारी के वन्यजीवों को आवश्यक दवाएं दी जा रही है।
सदन में उठा साडा का मुद्दा: विधायक बोले- निश्वित समय सीमा बताएं, मुझे लोकसभा चुनाव के लिए भी जाना है...
रायपुर। भिलाई के स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (साडा) के 293 प्लाट स्वामियों की समस्या का शीघ्र समाधान होगा। नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने आज विधानसभा में कहा कि 8 अगस्त 2023 को ही कलेक्टर को संपत्ति अंतरण का अधिकार दे दिया गया है, शीघ्र ही कार्यवाही होगी और प्लाट स्वामियों की समस्या दूर होगी।
इस पर प्रश्नकर्ता रिकेश सेन ने मंत्री से इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि शीघ्र समाधान की बात सुनते-सुनते 30 साल बीत गए हैं। 18 कलेक्टर बदल गए हैं लेकिन समस्या का अब तक समाधान नहीं हो पाया है। जो लोग कोर्ट जा रहे हैं उनका काम हो जा रहा है बाकी का नहीं हो रहा है। सेन ने कहा कि मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय घोषणा पत्र में इसे शामिल किया था। अब लोकसभा चुनाव के लिए भी जाना है। इसका शीघ्र निराकरण किया जाना चाहिए। मंत्री सवा ने दोहराया कि कलेक्टर को अधिकार दे दिया गया है और इसका शीघ्र निकराण कर लिया जाएगा।
उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए बड़ी घोषणा: मंत्री ने कहा जल्द होगा अलंकरण समारोह, सरकारी नौकरी को लेकर दी यह जानकारी
रायपुर। प्रदेश में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौर में न तो राज्य के उत्कृष्ट खिलाड़ियों की सूची बनाई गई और न ही अलंकरण समारोह हुआ। यह जानकारी आज विधानसभा में खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जल्द ही अलंकरण समारोह करने जा रही है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है, जैसे मुख्यमंत्री से समय मिलेगा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
उत्कृष्ट खिलाड़ियों का यह मामला आज विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उठा। बीजेपी विधायक लता उसेंडी ने इसको लेकर सवाल किया था। उसेंडी की अनुपस्थिति में सुशांत शुक्ला ने प्रश्न पूछा। मंत्री वर्मा ने बताया कि 2018 में सरकार बदलने के बाद 18-19 में आवेदन आमंत्रित किए गए। झटनी हुई, सीएम को भेजा गया, लेकिन सूची प्रकाशित नहीं हुई। इसके बाद कांग्रेस के पूरे शासनकाल के दौरान न अलंकरण समारोह हुआ और न सूची बनी। इस पर स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए व्यवस्था को सुधारने के लिए कहा।
वहीं, धर्मजीत सिंह ने पूछा कि क्या अब यह सरकार उत्कृष्ट खिलाड़ियों का चयन करेगी और उन्हें नौकरी देगी। इस पर मंत्री वर्मा ने बताया कि हमारी सरकार आते ही अलंकरण समारोह की तैयारी हो गई है। जैसे ही सीएम का समय मिलेगा वैसे ही आयोजन होगा। आने वाले साल में भी बजट में भी प्रावधान रखा गया है। बीजेपी विधायक पुन्नूलाल मोहले ने प्रत्येक विभाग में कोटा निर्धारित करने की मांग की। इस पर मंत्री ने बताया कि प्रदेश में जितनी भी नौकरी निकलती है उसमें 2 प्रतिशत पद उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए आरक्षित रखा जाता है।