ACB Trap: एंटी करप्शन ब्यूरो की जाल में फंसे 2 पटवारी: रिश्वत लेते पकड़े रंगे हाथ, किसान से मांगी थी रकम
ACB Trap: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 2 पटवारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। सप्ताहभर के भीतर एसीबी की यह तीसरी कार्यवही है।
ACB Trap: रायपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने खैरागढ़ सी खदान गंडई जिले में भ्रष्ट पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। पटवारी जमीन के कागजात में त्रुटि सुधार के नाम से 4 हजार की रिश्वत ले रहा था। आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में प्रकाशपुर हल्का नंबर 11 में पदस्थ पटवारी विवेक परगनिया टोलागांव के किसान किशोर दास साहू से जमीन में त्रुटि सुधार के नाम से रिश्वत मांग रहा था। रकम न देने पर किस को पटवारी लगातार चक्कर लगवा रहा था। किसान रिश्वत नहीं देना चाहता था इसलिए उसने इसकी शिकायत रायपुर स्थित एंटी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय में की।
शिकायत के सत्यापन के पश्चात एंटी करप्शन ब्यूरो की आठ सदस्यीय टीम मैं खैरागढ़ पहुंचकर ग्राम प्रकाशपुर में कार्यवाही करते हुए भ्रष्ट पटवारी को किसान से चार हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी को गिरफ्तार कर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम अदालत में पेश करने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि आरोपी पटवारी रायपुर के ममता नगर का रहने वाला है। आरोपी पटवारी को खैरागढ़ व्यवहार न्यायालय में पेश किया जाएगा।
वहीं दूसरे मामले में प्रार्थी संजय कुमार खुंटे, निवासी ग्राम पनगॉव, तह. पामगढ़ जिला जांजगीर-चांपा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में शिकायत की थी, कि उसके द्वारा ग्राम पनगांव में स्थित 25 डिसमील जमीन कय किया जाना है जिसके नक्शा कटवाने के कार्य हेतु आरोपी पटवारी विजय लहरे से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा 3500 रू. रिश्वत की मांग की जा रही थी। प्रार्थी रिश्वत नहीं देता चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन पर सही पाये जाने से ट्रेप आयोजित कर आज आरोपी विजय लहरे पटवारी ग्राम पनगॉव, तह. पामगढ़, जिला जाजंगीर-चांपा को पटवारी कार्यालय में प्रार्थी से राशि 3500 रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। दोनों प्रकरण के आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि उपरोक्त ग्रामों के समस्त ग्रामवासी पटवारी से परेशान थे और पटवारी के खिलाफ कार्यवाही के लिये भारी संख्या में एसीबी कार्यालय में उपस्थित हुये थे।