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ब्रेकिंग : स्कूलों में नये शिक्षण सत्र से स्थानीय भाषा की पढ़ाई….26 जनवरी पर मुख्यमंत्री ने की तीन बड़ी घोषणाएं… पढ़िये क्या कुछ कहा प्रदेश के नाम संबोधन में

ब्रेकिंग : स्कूलों में नये शिक्षण सत्र से स्थानीय भाषा की पढ़ाई….26 जनवरी पर मुख्यमंत्री ने की तीन बड़ी घोषणाएं… पढ़िये क्या कुछ कहा प्रदेश के नाम संबोधन में
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By NPG News

रायपुर 26 जनवरी 2020। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर में गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडोत्तोलन किया। इस दौरान उन्होंने परेड का निरीक्षण किया और प्रदेश के नाम संबोधन दिया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नाम अपने संबोधन में देश और प्रदेश की महान विभूतियों को याद किया और देश की आजादी और प्रदेश निर्माण में दिये उनके योगदान किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐलान किया कि प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में नये शिक्षण सत्र से स्थानीय भाषाओं में शिक्षा दी जायेगी। उन्होंने शिक्षा के अधिकार कानून का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में स्थानीय भाषा में शिक्षा देने के प्रावधानों को लेकर कभी प्रयास नहीं किया गया।

उन्होंने कहा कि प्राथमिक शालाओं में अब छत्तीसगढ़ी, गौंडी, हल्बी, कमार, सरगुजिया सहित प्रदेश में प्रचलित स्थानीय भाषाओं के आधार पर शिक्षा दी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर मैं नई पीढ़ी को जागरूक और सशक्त बनाने के संबंध में तीन नई घोषणाएं करता हूं। जब केन्द्र में यूपीए सरकार थी तब ’शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009’ में प्रावधान किया गया था कि बच्चों को यथासंभव उनकी मातृभाषा में पढ़ाया जाये।

विडंबना है कि राज्य में अभी तक इस दिशा मंे ठोस पहल नहीं की गई। आगामी शिक्षा सत्र से प्रदेश की प्राथमिक शालाओं में स्थानीय बोली-भाषाओं छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, भतरी, सरगुजिया, कोरवा, पांडो, कुडुख, कमारी आदि में पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। सभी स्कूली बच्चों को संविधान के प्रावधानों से परिचित कराने के लिए प्रार्थना के समय संविधान की प्रस्तावना का वाचन, उस पर चर्चा जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। छत्तीसगढ़ की महान विभूतियों की जीवनी पर परिचर्चा जैसे आयोजन किए जाएंगे।

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