Begin typing your search above and press return to search.

ब्रेकिंग : सोनिया गांधी छोड़ेगी कांग्रेस अध्यक्ष पद….पार्टी को चुनना होगा अब नया अध्यक्ष… इससे पहले 23 सीनियर लीडर्स ने नेतृत्व को लेकर उठाये थे सवाल…सोनिया, राहुल व प्रियंका को चैलेंज करने की लग रही थी अटकलें

ब्रेकिंग : सोनिया गांधी छोड़ेगी कांग्रेस अध्यक्ष पद….पार्टी को चुनना होगा अब नया अध्यक्ष… इससे पहले 23 सीनियर लीडर्स ने नेतृत्व को लेकर उठाये थे सवाल…सोनिया, राहुल व प्रियंका को चैलेंज करने की लग रही थी अटकलें
X
By NPG News

नयी दिल्ली 23 अगस्त 2020। कांग्रेस से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। सोनिया गांधी ने पद छोड़ने का फैसला कर लिया है। कांग्रेस में नेतृत्व विवाद के बीच ये बड़ी खबर आयी है। विवाद इस बात को लेकर आ रहा था कि कांग्रेस को पूर्णकालिक अध्यक्ष मिलना चाहिये। कुछ ये भी मांगें आयी थी कि गांधी परिवार से अलग कोई नेतृत्वकर्ता पार्टी को मिले, ताकि नये सिरे से पार्टी को खड़ा किया जा सके। अब इन सबके बीच बड़ी खबर ये है कि सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष पद छोड़ेंगी. लंबे समय से कांग्रेस में पूर्णकालिक अधयक्ष पद की मांग चल रही है।

इससे पहले कांग्रेस के 23 वरिष्‍ठ नेताओं ने पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर बड़े बदलावों की मांग रखी थी। इन नेताओं में कांग्रेस कार्यसमिति के कई सदस्‍यों के अलावा पांच पूर्व मुख्‍यमंत्री, कई सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। चिट्ठी में साफ कहा गया है कि पार्टी अपना सपोर्ट बेस खो रही है और युवाओं का भरोसा भी। इन नेताओं ने एक ‘पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्‍व’ की मांग की है जो न सिर्फ काम करता नजर आए, बल्कि असल में जमीन पर उतरकर काम करे भी। इसके अलावा CWC का चुनाव कराने और पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए कोई योजना बनाने की भी मांग की गई है।

हालांकि इस चिट्ठी लिखने वाले इन नेताओं में एक ने कहा, ‘उनकी ओर से सोनिया गांधी के खिलाफ कुछ नहीं कहा गया है’. इसमें कोई दो राय नहीं है कि एक खेमा राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है. कुछ दिन पहले ही पार्टी के राष्ट्रीय रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कार्यकर्ता राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाना चाहते हैं. लेकिन राहुल और प्रियंका दोनों ही इस जिम्मेदारी को लेने से इनकार कर चुके हैं. यहां गौर करने वाली बात यह है कि पार्टी में कोई भी बड़ा फैसला लेना होता है तो बिना राहुल और प्रियंका की सलाह से नहीं लिया जाता है. हाल ही में सचिन पायलट के प्रकरण में यह साफ देखा जा चुका है. फिलहाल इस नए घटनाक्रम के बाद कई बड़े सवाल हैं, क्या पार्टी किसी बड़ी बगावत की ओर बढ़ रही है. क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद जहां राहुल गांधी की युवा टीम के कई नेता बगावत कर चुके हैं तो दूसरी ओर कई नेता समय- समय पर ऐसे बयान देते रहे हैं जो पार्टी के लिए असहज की स्थति पैदा करते हैं. कुल मिलाकर इस चिट्ठी के बाद कुछ सवाल ऐसे हैं जिन पर गौर करना जरूरी है.

Next Story