IPS विनय तिवारी को BMC ने छोड़ा…. अफसर ने कहा- मुझे क्वारंटीन नहीं, रिया केस की जांच को किया गया क्वारंटीन ….. पटना के लिए हो गये रवाना

मुंबई 7 अगस्त 2020। सुशांत सिंह राजपूत मामले में जांच कम और दो राज्यों की पुलिस के बीच तनातनी ज्यादा देखने को मिली है. इसी का नतीजा ये रहा कि पटना से मुंबई गई पुलिस टीम को खाली हाथ आना पड़ा और वहां जांच के लिए गए IPS अधिकारी विनय तिवारी को भी क्वारंटीन कर दिया गया. लेकिन अब मुंबई बीएमसी ने विनय तिवारी को छो़ड़ दिया है.
विनय तिवारी ने कसा बीएमसी पर तंज
क्वारंटीन से मुक्त होते ही विनय तिवारी ने मुंबई पुलिस और बीएमसी पर तंज कसा है. मुंबई से बिहार के लिए निकलते समय आईपीएस विनय तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “मुझे नहीं, बल्कि सुशांत मामले की जांच को क्वारंटीन किया गया था।” आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी ने कहा, “मैं कहूंगा कि मुझे नहीं बल्कि जांच को ही क्वारंटीन कर दिया गया था। बिहार पुलिस की जांच को रोका गया।”
बीएमसी ने IPS विनय तिवारी को किया था क्वारंटीन
पटना सिटी के एसपी विनय तिवारी के क्वारंटीन को लेकर बिहार पुलिस की ओर से मुंबई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। खुद विनय तिवारी ने भी कहा था कि उनके क्वारंटीन किए जाने से जांच प्रभावित होगी। वहीं बिहार पुलिस ने मुंबई पुलिस पर जांच में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया था। एक दिन पहले ही बिहार पुलिस के डीजीपी ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच के लिए मुंबई गए प्रदेश के एक आईपीएस अधिकारी को लौटने की अनुमति नहीं दिए जाने पर गुरुवार को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
बिहार बनाम मुंबई पुलिस
मालूम हो कि विनय तिवारी की वजह से बिहार और मुंबई पुलिस के बीच तल्खी काफी बढ़ गई थी. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे तक ने मीडिाय के सामने अपना गुस्सा जाहिर किया था. उन्होंने मुंबई पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े कर दिए थे. वहीं बार-बार मुंबई पुलिस और बीएमसी दावा कर रही थी कि उन्होंने सिर्फ कोरोना गाइडलाइन का पालन किया था. अब वजह जो भी रही हो, लेकिन इस घटना से सुप्रीम कोर्ट भी खुश नजर नहीं आया. कोर्ट ने कहा था कि ऐसी घटनाएं जनता के बीच सही संदेश नहीं देती हैं.