Begin typing your search above and press return to search.

बीजेपी के क़द्दावर आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने पूर्व CM रमन को लिया आड़े हाथ.. भूपेश के गाय गोबर किसान योजना की खुलकर की तारीफ़..

बीजेपी के क़द्दावर आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने पूर्व CM रमन को लिया आड़े हाथ.. भूपेश के गाय गोबर किसान योजना की खुलकर की तारीफ़..
X
By NPG News

जशपुर,18 जनवरी 2021। भाजपा के क़द्दावर आदिवासी नेता और अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से संगठन में प्रदेश अध्यक्ष विधायक लोकसभा और राज्यसभा सांसद के साथ बीते कार्यकाल में ट्रायबल कमीशन के अध्यक्ष रह चुके नंद कुमार साय इन दिनों जशपुर के अपने गाँव भगोरा में हैं। नंद कुमार साय भाजपा के सत्ता के दौर में कई बार दशा दिशा को लेकर तीखे विचार रखते रहे हैं,यह भी स्थापित सत्य है कि उनके विचार सलाह को कम से कम प्रदेश में तब ना संगठन ने तवज्जो दी और ना ही सत्ता पर बैठे लोगों ने।भाजपा के भीतरखाने यह माना जाता है कि शायद उनकी तीखी सलाहों और आपत्तियों को यदि अंश रुप में भी माना जाता तो पंद्रह सीटों पर जा सिमटने की शर्मिंदा करने वाली स्थिति नही होती।
बहरहाल संस्कृत के प्रकांड विद्वान नंद कुमार साय ने NPG से कहा है –
“जब सत्ता में थे तो कई जगहों कई मसलो पर चूकते रहे हैं.. गाय गोबर संस्कृति का मसला रहा है..संघ ने भी हमेशा इसके संरक्षण की बात कही थी, गोबर बहुउपयोगी है इस पर काम करने की जरुरत थी..डॉ रमन सिंह इस पर भी चूके..
पूर्व सांसद नंद कुमार साय ने कहा –
“मौजुदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई वायदे पर सरकार में आए और कई वादे पूरे नही हुए, शराबबंदी बेरोज़गारी भत्ता जैसे ढेरों वायदे पर कोई बात तक नही होती..बावजूद इसके गाय,गोबर,किसान जैसे मसलों पर निर्णय ने भूपेश बघेल को मज़बूत किया है और भाजपा के लिए चुनौती और तगड़ी की है..हालाँकि इस गोबर योजना और नरवा गरवा घूरवा और बाड़ी वाले बहुत प्रचारित योजनाओं का ज़मीन पर मूल्यांकन होना बाक़ी है.. वहीं धान ख़रीद योजना में किसान बेहद परेशान और नाराज़ है”
ट्रायबल कमीशन के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार साय ने कहा –
“कार्यकर्ता के भीतर उत्साह जगाना होगा.. एक पूरी कार्ययोजना से काम करना होगा..कार्यकर्ता क्यों नाराज था जब यह जानेंगे तो वो कैसे मानेगा यह भी जल्दी समझ आएगा”
नंद कुमार साय ने स्पष्ट किया कि, हालिया दिनों प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और नितिन नवीन की मौजूदगी में आयोजित पहली बैठक से वे किसी नाराज़गी की वजह से नही गए थे। पूर्व सांसद साय ने कहा
“मैं दोनों से सौजन्य मुलाक़ात कर चुका था..मुझे बताया गया कि इस बैठक में वो लोग रहेंगे जिनके पास जवाबदेही थी..दायित्वों को लेकर प्रश्न होने थे.. मेरी वहाँ उपस्थिति का प्रसंग नही था इसलिए चला आया”

Next Story