MLA Rajesh Agarwal Biography: डिप्टी CM को हराने और मंत्री बनने में अमर, संपत को पटखनी देने वाले विधायक राजेश अग्रवाल की जीवनी, जानें सरपंच से मंत्री बनने तक का सफर
MLA Rajesh Agarwal Biography: विधायक राजेश अग्रवाल सरगुजा जिले की अंबिकापुर विधानसभा सीट से विधायक है। यह सामान्य सीट है जो सरगुजा लोकसभा अंतर्गत आती है। राजेश अग्रवाल के बारे में महत्वपूर्ण है कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अपनी राजनैतिक यात्रा शुरू की है।

MLA Rajesh Agarwal Biography: विधायक राजेश अग्रवाल सरगुजा जिले की अंबिकापुर विधानसभा सीट से विधायक है। यह सामान्य सीट है जो सरगुजा लोकसभा अंतर्गत आती है। राजेश अग्रवाल के बारे में महत्वपूर्ण है कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अपनी राजनैतिक यात्रा शुरू की है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी से अलग हो भाजपा में आ पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ राजेश अग्रवाल ने अपने राजनैतिक गुरु रहे डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को ही पटकनी दे दी और विधायक निर्वाचित हुए। राजेश अग्रवाल मात्र 94 मतों से विधानसभा चुनाव जीते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में...
- जन्म (DOB) – 1 जून 1967
- पिता ( Father's Name)– स्व. चांदीराम अग्रवाल
- माता ( Mother's Name)– बीरमा देवी अग्रवाल
- पत्नी ( wife's Name)– Sunita Agrwal
- बच्चे (Children's )– एक पुत्र, एक पुत्री
- स्थायी व वर्तमान पता ( Adress):– मेन रोड़ लखनपुर सरगुजा छत्तीसगढ़
- शिक्षा:–( Education):– हायर सेकेंडरी
- स्वयं का पेशा (Self Profession):– व्यवसाय एवं कृषि
- जीवनसाथी का पेशा (Spouse Profession:Business):– व्यवसाय एवं कृषि
- कुल संपत्ति (Networth):– चुनाव आयोग में पेश किए गए शपथ पत्र के अनुसार राजेश अग्रवाल के पास 10 करोड़ 7 लाख रुपए की संपत्ति है।
शुरुआती जीवन
राजेश अग्रवाल का जन्म 1 जून 1967 को सरगुजा जिले के लखनपुर में हुआ। उनके पिता स्व. चांदीराम अग्रवाल एक प्रतिष्ठित व्यापारी रहे, जबकि माता का नाम बीरमा देवी अग्रवाल है। राजेश अग्रवाल का परिवार मारवाड़ी समाज से ताल्लुक रखता है और व्यवसाय एवं कृषि से जुड़ा है। उनकी पत्नी सुनीता अग्रवाल और दो बच्चे (एक पुत्र, एक पुत्री) हैं।
राजेश अग्रवाल का एजुकेशन
राजेश अग्रवाल ने लखनपुर हायर सेकेंडरी स्कूल से हायर सेकेंडरी( मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल) से पढ़ाई पूरी की और इसके बाद पारिवारिक व्यवसाय में जुट गए। शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे और धीरे-धीरे राजनीति की ओर कदम बढ़ाए।
राजेश अग्रवाल का पोलिटिकल जीवन
साल 2002 से 2005 तक राजेश अग्रवाल ग्राम पंचायत कुंवरपुर में उपसरपंच रहे। 2009 के नगरीय निकाय चुनाव में उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा, लेकिन मात्र 1 वोट से हार गए। हालांकि, 2014 में कांग्रेस से टिकट पाकर उन्होंने यह चुनाव जीता और नगर पंचायत लखनपुर के अध्यक्ष बने।
कांग्रेस से भाजपा तक का सफर
2017 में कांग्रेस की आंतरिक राजनीति और टीएस सिंहदेव से मतभेद के चलते राजेश अग्रवाल ने भाजपा का दामन थाम लिया। 2018 में उन्हें टिकट नहीं मिला, लेकिन 2023 में भाजपा ने उन पर भरोसा जताते हुए अंबिकापुर से प्रत्याशी बनाया।
राजेश अग्रवाल की ऐतिहासिक जीत
अंबिकापुर सीट लंबे समय से कांग्रेस के कब्जे में रही है और यहां डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का प्रभाव माना जाता था। लेकिन 2023 के चुनाव में समीकरण बदले। भाजपा ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा और राजेश अग्रवाल ने सिंहदेव को सिर्फ 94 मतों से हराकर सबको चौंका दिया। उन्हें कुल 90,780 वोट मिले, जबकि सिंहदेव को 90,686 वोट मिले।
राजेश अग्रवाल की संपत्ति
चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र के अनुसार राजेश अग्रवाल के पास लगभग 10 करोड़ 7 लाख रुपये की संपत्ति है। वे पेशे से व्यवसायी और किसान हैं।
