जितेंद्र सिंह का जीवन परिचय (जीवनी) : Jitendra Singh Biography Hindi
Jitendra Singh Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: जितेंद्र सिंह का जन्म 6 नवंबर 1956 को जम्मू में हुआ था, जो उस समय भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर का हिस्सा था। उनके माता-पिता राजिंदर सिंह और शांति देवी थे।
Jitendra Singh Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: जितेंद्र सिंह का जन्म 6 नवंबर 1956 को जम्मू में हुआ था, जो उस समय भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर का हिस्सा था। उनके माता-पिता राजिंदर सिंह और शांति देवी थे। जितेंद्र सिंह का परिवार डोडा जिले के मरमत इलाके से ताल्लुक रखता है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से की और 1972 में पास आउट हुए। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने स्टेनली मेडिकल कॉलेज, चेन्नई से बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) की डिग्री प्राप्त की और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, जम्मू से डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) की डिग्री हासिल की।
व्यक्तिगत जीवन
16 अप्रैल 1982 को जितेंद्र सिंह ने मंजू सिंह से शादी की। उनके दो बेटे हैं। वर्तमान में उनका निवास स्थान नई दिल्ली और जम्मू में है।
व्यावसायिक करियर
चिकित्सक के रूप में जितेंद्र सिंह ने मधुमेह और एंडोक्राइनोलॉजी के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल की। वे रिसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (RSSDI) के लाइफ़ पैट्रन और नेशनल साइंटिफिक कमेटी डायबिटीज़ के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। चिकित्सक होने के साथ-साथ वे एक अखबार के स्तंभकार भी रहे हैं। उन्होंने कश्मीर टाइम्स और डेली एक्सेलसियर में काम किया। उनका साप्ताहिक कॉलम "टेल्स ऑफ़ ट्रैवेस्टी" 2014 में लोकसभा के लिए चुने जाने तक अखबार के संपादकीय खंड में छपता था।
राजनीतिक करियर
जितेंद्र सिंह 2012 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए। 2008 में अमरनाथ भूमि हस्तांतरण विवाद के दौरान वे श्री अमरनाथजी संघर्ष समिति के प्रवक्ता नियुक्त किए गए थे। इसके बाद, उन्होंने सरकारी मेडिकल कॉलेज, जम्मू में एंडोक्रिनोलॉजी के प्रोफेसर के रूप में समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली। 2014 के आम चुनाव में उन्हें भाजपा ने उधमपुर निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गुलाम नबी आज़ाद को 60,976 मतों के अंतर से हराकर लोकसभा के लिए चुने गए।
मंत्रिपरिषद में कार्यकाल
2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद, जितेंद्र सिंह को प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री नियुक्त किया गया। वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी बने। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पहल और प्रोजेक्ट्स का नेतृत्व किया, जिनमें गोवा के मोरमुगाओ बंदरगाह से "सिंधु साधना" अनुसंधान पोत का लॉन्च और भारत के पहले स्व-निर्मित ब्रॉड स्पेक्ट्रम कन्फोकल माइक्रोस्कोप का लॉन्च शामिल है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री
28 मई 2014 को जितेंद्र सिंह को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नियुक्त किया गया। उनके कार्यकाल में भारत ने "बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग" के लिए 33 देशों के साथ सहकारी व्यवस्था पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने 7 अक्टूबर को नई दिल्ली में भारत का पहला स्व-निर्मित ब्रॉड स्पेक्ट्रम कन्फोकल माइक्रोस्कोप लॉन्च किया। उन्होंने वैज्ञानिकों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर 62 वर्ष करने की भी घोषणा की।
अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा राज्य मंत्री
सिंह के मंत्रिपरिषद कार्यकाल के दौरान, अप्रैल 2015 में इसरो द्वारा चौथा भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम लॉन्च किया गया था जो "आसपास के सभी देशों को नेविगेशन और संचार सुविधा" प्रदान करेगा। 29 अप्रैल 2018 को, उन्होंने इसरो के अध्यक्ष के. सिवन के साथ पुष्टि की कि भारत प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रस्तावित 2022 तक चंद्रमा पर एक चालक दल का मिशन भेजेगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री
8 नवंबर 2014 को कैबिनेट फेरबदल में सिंह को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया। उन्होंने सर्वेक्षण और सड़कों के निर्माण में उपग्रह इमेजिंग के उपयोग की शुरुआत की। 23 नवंबर 2015 को, सिंह ने घोषणा की कि केंद्र सरकार ने मिजोरम को "बांस राज्य" बनाने का फैसला किया है और राज्य की बांस क्षमता के वाणिज्यिक उपयोग के लिए कदम प्रस्तावित किए हैं।
जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव
2014 के जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव में सिंह को भाजपा की 18-सदस्यीय चुनाव अभियान समिति का प्रमुख नियुक्त किया गया। हालांकि, कोई भी पार्टी चुनाव में बहुमत हासिल करने में कामयाब नहीं हुई। मीडिया ने अनुमान लगाया कि सिंह जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बन सकते हैं क्योंकि उन्हें नरेंद्र मोदी और अमित शाह का समर्थन प्राप्त था।
राजनीतिक विचार
सिंह ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को अस्थायी प्रकृति का बताया और इसके लिए उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का हवाला दिया। उन्होंने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टियों पर अनुच्छेद 370 के नाम पर राज्य के लोगों को मूर्ख बनाने का आरोप लगाया।
जितेंद्र सिंह एक चिकित्सक, अखबार के स्तंभकार और प्रभावशाली राजनीतिज्ञ हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में महत्वपूर्ण मंत्रालयों में कार्य किया और विभिन्न प्रोजेक्ट्स और पहलों का नेतृत्व किया। वे भाजपा के प्रमुख नेताओं में से एक हैं और अपनी प्रशासनिक क्षमता और नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं।