हरीश मीणा का जीवन परिचय (जीवनी) : Harish Meena Biography in Hindi
Harish Meena Biography in Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Election, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Net Worth, Daughter, Children, Politics, Party, Quotes: हरीश चंद्र मीना राजस्थान राज्य के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वे भारतीय जनता पार्टी और वर्तमान में (2020 तक) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े रहे हैं।
Harish Meena Biography in Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Election, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Net Worth, Daughter, Children, Politics, Party, Quotes: हरीश चंद्र मीना राजस्थान राज्य के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वे भारतीय जनता पार्टी और वर्तमान में (2020 तक) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। वह राजस्थान के दौसा निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा के सांसद थे। उन्हें 1976 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी और पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हैं। उन्होंने मार्च 2009 से दिसंबर 2013 तक राजस्थान के डीजीपी के रूप में कार्य किया, जो कि राजस्थान में किसी भी डीजीपी का सबसे लंबा कार्यकाल माना जाता है। उन्हें 1996 के भारतीय पुलिस पदक और 2002 के राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया गया है।
प्रारंभिक जीवन:
हरीश चंद्र मीना का जन्म 5 सितंबर 1954 को राजस्थान के सवाई माधोपुर के बामनवास में हुआ था। उनके पिता का नाम नारायण मीना और माता का नाम नारायणी देवी है। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (नई दिल्ली) से मास्टर्स करने के बाद उन्हें भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने का अवसर मिला।
पुलिस करियर:
हरीश चंद्र मीना का पुलिस करियर 1976 में आईपीएस अधिकारी के रूप में आरंभ हुआ। उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया, जिसमें पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिदेशक शामिल हैं।
राजनीतिक करियर:
हरीश मीना ने 2014 में भाजपा में शामिल होकर राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने राजस्थान के दौसा निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में कार्य किया। बाद में उन्होंने भाजपा छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए। वर्तमान में वह देवली-उनियारा सीट से विधायक हैं।
कार्यकाल के दौरान:
हरीश मीना के संसदीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने संसद में 65 बहसों में भाग लिया और 224 प्रश्न पूछे। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर बात की, जिनमें सामाजिक न्याय, न्यायिक सुधार, निर्वाचन क्षेत्र विकास, शिक्षा सुधार आदि शामिल हैं।
संसदीय समितियों में सदस्यता:
- परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति
- कौशल विकास पर सलाहकार समिति
- संसद परिसर में सुरक्षा समिति
- लोकसभा फ़ेलोशिप समिति
- सलाहकार समिति, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय
- गृह मामलों की स्थायी समिति
हरीश चंद्र मीना के लिए शिक्षा को महत्वपूर्ण माना जाता है, और उनका प्रमुख ध्यान शिक्षा के विकास पर है। उन्होंने अपने क्षेत्र में शिक्षा पर 70% से अधिक ध्यान दिया है और कई शिक्षा संस्थानों की स्थापना की है।