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देवेन्द्र झाझड़िया की जीवनी : Devendra Jhajharia Biography Hindi

Devendra Jhajharia Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: देवेंद्र झाझरिया का जन्म 10 जून 1981 को राजस्थान के चुरू जिले में हुआ था। देवेंद्र झाझरिया के पिता का नाम राम सिंह झाझरिया है और माता का नाम जीवनी देवी है।

देवेन्द्र झाझड़िया की जीवनी : Devendra Jhajharia Biography Hindi
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By Ragib Asim
Devendra Jhajharia Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Chunav Chetr, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: पद्मभूषण से सम्मानित जैवलिन थ्रोअर देवेंद्र झाझरिया की राजनीति में एंट्री हो गई है। उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने चुरु से टिकट दिया है। इसकी घोषणा पार्टी ने शनिवार को की। बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सम्मानित झाझड़िया को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।

28 फरवरी को दो बार पैरालंपिक में स्वर्ण विजेता देवेंद्र झाझरिया ने भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के नौ मार्च को होने वाले चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके अलावा किसी ने इस पद के लिए आवेदन नहीं दिया है। ऐसे में झाझरिया का निर्विरोध निर्वाचन होना तय है। वर्तमान में दीपा मलिक इसकी चेयरमैन है।

देवेंद्र झाझरिया का जन्म 10 जून 1981 को राजस्थान के चुरू जिले में हुआ था। देवेंद्र झाझरिया के पिता का नाम राम सिंह झाझरिया है और माता का नाम जीवनी देवी है। राजगढ़ के गांव चिमनपुरा निवासी मंजू झाझड़िया से वर्ष 2007 में शादी हुई। मंजू कब्बडी खिलाड़ी है। इनके बेटी जिया व बेटाया काव्यान है। इनके अलावा देवेन्द्र झा​झड़िया के दो भाई महेन्द्र व जोगेंन्द्र और बहन मायापती, धनपती, किरोड़पती और नीरमा है। वर्तमान में देवेन्द्र झाझड़िया जयपुर के मुरलीनगर स्थित सूर्यानगर में रहते हैं।
  • नाम (Name) देवेन्द्र झाझड़िया
  • जन्म की तारीख (Date Of Birth) 10 जून, 1981
  • लम्बाई (Height) 5.2 feet
  • वजन (Weight) 55kg
  • पिता (Father Name) राम सिंह झाझड़िया
  • माता (Mother Name) जीवनी देवी
  • पत्नी (Wife) मंजू
  • बच्चे (Children’s) बेटी – जिया , बेटा – काव्यान
  • गुरु (Coach) आर.डी.सिंह
  • शिक्षा (Education) स्नातक, अजमेर यूनिवर्सिटी, राजस्थान, भारत
  • पेशा (Profession) एथलीट (शूटिंग)
  • करंट सिटी (Live City) जयपुर, राजस्थान
  • जन्म स्थान (Birth Place) झाझड़िया की ढाणी, रतनपुरा, चुरू, राजस्थान
  • कॉलेज (College) अजमेर यूनिवर्सिटी, राजस्थान
  • धर्म (Religion) हिन्दू

देवेंद्र झाझरिया का जन्म एक सामान्य बच्चे की तरह हुआ था। देवेंद्र झाझरिया के माता पिता चाहते थे कि उनका बेटा पढ़-लिख कर एक बड़ा आदमी बने लेकिन जब देवेंद्र झाझरिया 8 साल के थे। तब उनके साथ एक भयानक हादसा हुआ यह तब की बात है। जब वे अपने गांव में एक पेड़ पर फल तोड़ने के लिए चढ़े इसी दौरान उनका एक हाथ बिजली के तार से छू गया इसके बाद देवेंद्र झाझरिया की जान बचाने के लिए उनका एक हाथ काटना पड़ा। देवेंद्र झाझरिया ने अपाहिज होने के बाद भी हार नहीं मानी

बचपन से ही भाला फेंक का खेल पसंद था

उन्हें शुरूसे भाला फेंक का खेल पसंद था। लेकिन स्कूल में भाला नहीं था तो देवेंद्र झाझरिया लकड़ी का भाला बनाकर अभ्यास करने लगे। इस दौरान उन्होंने जिला स्तरीय टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया देवेंद्र झाझरिया ने 1995 में पहली बार पैरा एथलेटिक्स में हिस्सा लिया इसके बाद द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित कोच आरडी सिंह ने देवेंद्र झाझरिया को खेलते हुए देखा तो उन्हें इस खेल की बारीकियों से रूबरू कराया आरडी सिंह ने देवेंद्र का दाखिला नेहरू कॉलेज में कराया। जहां पढ़ाई के साथ-साथ देवेंद्र को भाला फैंक की प्रैक्टिस कराई गई। 2001 में देवेंद्र झाझरिया ने अजमेर यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। दोस्तों शुरुआत में देवेंद्र झाझरिया के पास अच्छा भाला भी नहीं था। इसके लिए देवेंद्र झाझरिया ने सरकार से गुहार भी लगाई। लेकिन उस समय उनकी मदद ना हो सकी इसके बाद एक खेल प्रेमी ने देवेंद्र झाझरिया को अच्छा भाला खरीदने के लिए 75 हजार रुपए दिए। इसके बाद देवेंद्र झाझरिया ने एक अच्छे भाले से प्रैक्टिस करना शुरू किया

देवेंद्र झाझरिया की उपलब्धियों

देवेंद्र झाझरिया की उपलब्धियों के बारे में देवेंद्र झाझरिया ने 2002 में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय खेल में हिस्सा लिया। देवेंद्र झाझरिया ने सबसे पहले एशियाई गेम्स में स्वर्ण पदक जीता इसके बाद 2004 में हुए पैरालंपिक खेल में देवेंद्र झाझरिया ने 62.50 मीटर दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 2013 में देवेंद्र झाझरिया ने आईपीसी एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, 2014 में हुए एशियन पैरागेम्स में देवेंद्र झाझरिया ने गोल्ड मेडल जीता। 2015 में दोहा में हुई आईपीसी एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। 2016 में दुबई में हुए आईपीसी एथलेटिक्स एशिया ओशनिया चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। 2016 में रियो में हुए पैरालंपिक में देवेंद्र झाझरिया ने 63.97 मीटर दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

देवेन्द्र झाझड़िया का खेल व रिकॉर्ड

  • 8वीं फेसपिक गेम्स बुसान 2002 (पैरा एशियन) में स्वर्ण पदक के साथ नया विश्व रिकॉर्ड
  • ब्रिटिश ओपन एथलेटिक्स चैम्पियशिप 2003 में जेवलिन थ्रो, ट्रिपल जम्प और शॉट पुट में स्वर्ण पदक
  • एथेंस पैरालंपिक गेम्स 2004 में जेवलिन थ्रो में विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता और व्यक्तिगत रूप से पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।
  • नौवीं फेसकिप गेम्स कुआलालम्पुर 2006 (पैरा एशियन) जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक व रिकॉर्ड
  • आईडब्यूएएस वर्ल्ड गेम्स ताइपेई ताइवान 2007 में जेवलिन थ्रो में रजत पदक
  • आईडब्यूएएस वर्ल्ड गेम्स बंगलौर 2009 में जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक व डिस्कस थ्रो में रजत पदक
  • वर्ल्ड चैम्पियशिप लियोन फ्रांस 2003 जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक हासिल कर चैम्पियशिप का नया रिकॉर्ड बनाया।
  • पैरा एशियन गेम्स इंचियोन कोरिया 2014 में रजत पदक
  • आईपीसी वर्ल्ड चैम्पियशिप दोहा 2015 में रजत पदक
  • पैरालंपिक रियो डे जेनेरियो 2016 में स्वर्ण पदक के साथ खुद का एथेंस का विश्व रिकॉर्ड तोड़ा। पैरालंपिक में दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने।

देवेन्द्र झाझड़िया को मिले अवार्ड

  • 3 दिसम्बर 2004 में राष्ट्रपति ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
  • 2004 में महाराणा प्रताप राज्य खेल पुरस्कार
  • 29 अगस्त 2005 में अर्जुन अवार्ड से नवाजे गए।
  • 2005 में पीसीआई उत्कृष्ट खिलाड़ी पुरस्कार।
  • 2014 में पद्मश्री और पैरा स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर अवार्ड
  • 2016 में जीक्यू मैगजीन ने बेस्ट प्लेयर के अवार्ड से नवाजा
  • 29 अगस्त 2017 को राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड

Ragib Asim

Ragib Asim पिछले 8 वर्षों से अधिक समय से मीडिया इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं, पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई है। क्राइम, पॉलिटिक्स और मनोरंजन रिपोर्टिंग के साथ ही नेशनल डेस्क पर भी काम करने का अनुभव है।

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