Teacher News: वेतन नहीं मिलने को लेकर शिक्षकों का बवाल! CM के कार्यक्रम में किया हंगामा, खूब हुई नारेबाजी
बिहार की राजधानी पटना के बापू सभागार में राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में सीएम नीतीश के सामने जोकदार हंगामा हुआ..कार्यक्रम में सीएम साहब ने मुस्लिम समुदाय को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की,

बिहार की राजधानी पटना के बापू सभागार में राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में सीएम नीतीश के सामने जोकदार हंगामा हुआ..मिली जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम में सीएम साहब ने मुस्लिम समुदाय को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की, लोग सीएम को ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन नहीं सौंप पाए जिस वजह से लोगों ने वहां हंगामा करना शुरु कर दिया।
सीएम के भाषण के बाद गुस्साएं शिकक्षको ने पर्चे लहराना शुरु कर दिया..शिकक्षको ने बताया कि 2011 में नीतीश कुमार ने वादा किया था 2459 प्लस वन मदरसे को तनख्वाह देंगे। उनमें से 1659 मदरसे बच गए हैं। इतने सालों से हम भुखमरी के कगार पर हैं।
वहीं उन्होंने आगे कहा कि आज इन मदरसों को लेकर घोषणा होनी थी यही बोलकर बुलाया गया था। लेकिन सीएम ने अपने भाषण के दौरान कोई घोषणा नहीं की..वही शिकक्षको का हंगामा देखते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि कोई समस्या है तो बताइए, समाधान होगा। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मदरसा शिक्षकों से ज्ञापन लिया
इस कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान सीएम नीतीश ने कहा की पहले की सरकार में कुछ काम नहीं हुआ था। हमारी सरकार बनी तब काम शुरू हुआ। 24 नवंबर 2005 को NDA की सरकार बनी, तब से विकास हुआ। 2005 से पहले मुस्लिम के लिए कोई काम नहीं होता था।'हमने सभी कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाई। पहले अंतिम संस्कार करने में मुस्लिम समाज को काफी दिक्कत होती थी ।
बतादें कि बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड का गठन 4 अगस्त 1922 को हुआ था। 1981 में अधिनियम बनने के बाद बोर्ड को स्वायत्त अधिकार मिले और राज्य के मदरसों को अनुदान और मान्यता देने की प्रक्रिया मजबूत हुई। वर्तमान में बिहार में 1942 अनुदानित और करीब 2430 गैर-अनुदानित मदरसे कार्यरत हैं
