Tejashwi Yadav: छठ के महीने में हेलीकॉप्टर में मछली खाते दिखे तेजस्वी यादव, यूजर्स बोले- "छठी मैया का अपमान किया"
Tejashwi Yadav: तेजस्वी वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ हेलिकॉप्टर में चेचरा मछली और रोटी खाते नजर आ रहे हैं. उनके मछली वाले वीडियो पर राजनीति छिड़ गयी है.
Tejashwi Yadav: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) हमेशा चर्चे में रहते हैं. इसी बीच एक बार फिर वो सुर्ख़ियों में है. तेजस्वी यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो है. जिसमें तेजस्वी वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ हेलिकॉप्टर में चेचरा मछली और रोटी खाते नजर आ रहे हैं. उनके मछली वाले वीडियो पर राजनीति छिड़ गयी है.
हेलिकॉप्टर में खाई मछली
दरअसल, इन दिनों तेजस्वी यादव और महागठबंधन के सहयोगी मुकेश सहनी एक साथ चुनाव का प्रचार कर रहे हैं. इसी बीच उन्होंने 9 अप्रैल की रात अपनी सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट की. कैप्शन में उन्होंने लिखा "चुनावी भागदौड़ एवं व्यस्तता के बीच हेलिकॉप्टर में भोजन! दिनांक- 08/04/2024" . वीडियो में तेजस्वी हेलिकॉप्टर में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ में लंच में चेचरा मछली और रोटी खाते नजर आ रहे हैं. साथ में रोटी, नमक, प्याज और हरी मिर्च है.
भड़के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा
इस वीडियो के बाद से विपक्षी नेता और यूज़र्स भड़क गए हैं . इस पर बिहार के डिप्टी सीएम ने कहा "कुछ लोग खुद को सनातन का बेटा तो दिखाते हैं लेकिन सनातन के मूल्यों को स्वीकार नहीं कर पाते. मुझे खान-पान से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन आप नवरात्रि में मछली खाने का वीडियो पोस्ट करके जो दिखाना चाहते हैं, वह तुष्टिकरण की राजनीति है. अपने धर्म, मूल्यों, राष्ट्र और समाज पर गर्व होना चाहिए लेकिन उन्हें नीचा दिखाना अच्छा नहीं है. धर्मनिरपेक्षता का मतलब अपने धर्म का अपमान करना नहीं है. पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि 'अब संतुष्टिकरण की नहीं, संतुष्टिकरण की राजनीति होगी"
तेजस्वी यादव ने दी सफाई
इधर तेजस्वी यादव ने सफाई देते हुए कहा है हम जानते थे कि " भाजपा वाले लोगों को मिर्ची लगेगी इसलिए हमने IQ टेस्ट करने के लिए वो पोस्ट किया. वीडियो के साथ जो हमने ट्वीट किया है उसमें साफ तौर पर तारीख लिखी हुई है... ये लोग(भाजपा नेता) पढ़ते-लिखते तो हैं नहीं... इतनी प्रमुखता से भाजपा वाले बेरोज़गारी पर बोलते हैं क्या? पलायन पर बोलते हैं क्या? गरीबी पर बोलते हैं क्या? लेकिन इन सब चीज़ों पर कैसे कूद-कूद कर बोल रहे हैं. "