School News: अब वॉट्सऐप कॉल पर होगी स्कूलों की मॉनिटरिंग, शिक्षा विभाग के ACS सीधे शिक्षकों को करेंगे Call, नोट कर लें नंबर
School News: शिक्षा विभाग और शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ शिक्षा व्यवस्था को बनाये रखने के लिए एक के बाद एक तरीके अपना रहे है. अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने अपने दफ्तर से एक स्कूल के शिक्षक को सीधा वीडियो कॉल कर दिया और स्कूल की शिक्षा व्यवस्था के बारे में जाना
School News: बिहार शिक्षा विभाग(Bihar Education Department) के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने अपने दफ्तर से एक स्कूल के शिक्षक को सीधा वीडियो कॉल कर दिया और स्कूल की शिक्षा व्यवस्था के बारे में जाना। शिक्षकों से सवाल जवाब किया. साथ ही चल रही पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी ली .
दरअसल, शिक्षा विभाग और शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ शिक्षा व्यवस्था को बनाये रखने के लिए एक के बाद एक तरीके अपना रहे है. इसी कड़ी में अब शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने नई तकनीक अपनाई है. एस सिद्धार्थ ने रोजाना 10 स्कूलों में विडियो कॉल करने की घोषणा की है. उनके विभागीय मोबाइल नंबर से प्रतिदिन प्रदेश के किन्हीं 10 विद्यालयों के शिक्षकों को वीडियो कॉल जाएगा. इतना ही नहीं इस वीडियो कॉल को उठाना अनिवार्य है.
इसी के तहत अपर मुख्य सचिव ने पश्चिमी चंपारण बेतिया के भीतहा में राजकीय मिडिल स्कूल में शिक्षको को विडियो कॉल किया और चल रही पढाई लिखी को लेकर बात चीत की. एस. सिद्धार्थ स्कूल शिक्षक को पहले विडियो कॉल करके पढाई की तमाम जानकारी ली और उसके बाद विडियो कॉल से स्कूल का हाल देखा, और स्कूल की मरम्मती नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की. इतना ही नहीं उन्होंने बात चीत के दौरान स्कूल में उपस्थित टीचर कि जानकारी भी ली. जिसमे पता चला कि स्कूल में करीब 9 टीचर हैं जिनमे से 3 शिक्षक तो अवकाश में हैं, इनमे 1 सिएल और 1 मात्रिका अवकाश पर है.
एस. सिद्धार्थ जब स्कूल शिक्षक को कॉल किया तो वे क्लास room के बाहर थे, कॉल लगते ही एस. सिद्धार्थ ने पहले टीचर से यही सवाल किया की आप क्लास रूम के बाहर क्या कर रहे हैं, इस पर शिक्षक ने जवाब दिया कि कॉल आने पर वो क्लास के बाहर आया हैं. इसके बाद एस. सिद्धार्थ ने स्कूल के एक शिक्षक अब्दुल वहाब अंसारी से बातचीत के दौरान क्लास में बच्चों की उपस्थिति पर सवाल किये साथ ही स्कूल के मरम्मत पर भी नाराजगी जताई.
एस सिद्धार्थ के इस कदम से शिक्षकों में दबाव बना हुआ है. वही उनके इस कदम को कुछ लोग अनावश्यक दबाव मान रहे हैं. लेकिन एस सिद्धार्थ के इस कदम से शिक्षा व्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही हैं.