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IPS vs IPS: डीजी शोभा अहोतकर पर फिर डीआईजी अनुसुइया ने लगाया गालियां और प्रताड़ना का आरोप, लिखा 13 पेज का लेटर...

IPS vs IPS: डीजी शोभा अहोतकर पर फिर डीआईजी अनुसुइया ने लगाया गालियां और प्रताड़ना का आरोप, लिखा 13 पेज का लेटर...
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By Gopal Rao

IPS vs IPS : पटना। होमगार्ड व फायर सर्विसेज की डीजी शोभा अहोतकर पर विभाग की ही डीआईजी अनुसुइया रणसिंह साहू ने प्रताड़ना का आरोप लगाया है। डीआईजी ने वित्तीय अनियमितता का मामला सामने लाने पर डीजी के द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में गृह सचिव, मुख्य सचिव व डीजीपी को 13 पेज का पत्र लिखा है और डीजी शोभा अहोतकर के द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न का बखान किया गया है।

डीआईजी अनसूया रणसिंह ने बताया कि उनके द्वारा मार्च 2023 में होमगार्ड एवं फायर सर्विसेज में डीआईजी के पद पर ज्वाइन किया गया था। ज्वाइन करने के बाद डीजी शोभा अहोतकर सिर्फ कुछ दिनों के संबंध मधुर रहे। फिर वे छुट्टी पर चली गई। इस दौरान विभाग के लिए 138 वाहनों की खरीदी की जा रही थी। एक ही जैसे वाहनों के लिए तीन अलग अलग टेंडर जारी हुए थे। सभी के रेट भी अलग अलग थे। जिसके चलते विभाग को नुकसान होता। इसकी जानकारी के लिए डीजी शोभा अहोतकर को फोन किया गया। उस वक्त वो छुट्टी पर थी। बात नहीं हो पाने के चलते अधिकारियों से चर्चा करवा दी गई।

अपने पत्र में डीआईजी विजय साहू ने बताया है कि इसकी जानकारी लगते ही डीजी शोभा अहोतकर ने उन्हें फोन कर डेढ़ घंटे तक के गालियां दी और बिना अपनी अनुमति के विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कैरियर बर्बाद करने की धमकी दी। डीजी के दुर्व्यवहार से महिला डीआईजी बेहोश हो गई और उन्हें उनके पति और स्टाफ ने अस्पताल में भर्ती करवाया। डीआईजी अनुसुइया साहू ने डीजी शोभा अहोतकर को लिखे इस लेटर की एक कॉपी मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को भी भेजी है। इसके अलावा गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ, पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी समेत कई बड़े अफसरों को भेजी गई है।

डीआईजी अनुसुइया रणसिंह साहू के द्वारा। उच्च अधिकारियों को लिखे खत में अपने डीजी पर टेंडर में धांधली करवाने का आरोप लगाया है । और 6:30 करोड़ रुपए की बचत अपने कदम से होना बताया है। डीआईजी के अनुसार शोभा अहोतकर होमगार्ड में पोस्टिंग में भी धांधली करवा रही हैं। पटना जिले में होमगार्ड पोस्टिंग के लिए 20 लाख की वसूली करने का आरोप लगाया गया। डीआईजी ने पत्र में बताया गया कि 31मार्च 2023 से 30 जून 2023 तक मेडिकल अवकाश में रहने के बाद वापस आने पर उनकी न बैठने की जगह का निर्धारण किया गया न ही उनके काम का। 3 जुलाई को पत्र लिखने के बाद 5 जुलाई को काम का आवंटन किया गया। फिर हर दिन मेरे काम में गलती निकाल कर डीजी और आईजी मुझसे स्पष्टीकरण लेने लगे। 6 महीने के दौरान 8 शो काज नोटिस जारी हुए। उनके द्वारा बैक डेट में साइन करने का दबाव भी बनाया जाता है। डीआईजी ने अपनी डीजी से अपनी व परिवार को जान का खतरा बताया है।

तो वही डीजी शोभा अहोतकर ने आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा है कि जो काम नही करना चाहते उन्हें ही मुझसे तकलीफ है। उक्त गाड़ियों को खरीदने की अनुशंसा खुद डीआईजी ने मुझसे की थी,जिसे मैंने निरस्त कर दिया। इसलिए डीआईजी मुझसे खीज निकाल रहीं हैं। शोभा अहोतकर ने कहा कि डीआईजी अनुसुइया रणसिंह साहू के द्वारा मार्च में ज्वाइन करने के बाद उनसे अब तक सिर्फ मार्च में एक ही बार मिली हैं। ऐसे में उनके ऊपर लगे प्रताड़ना के आरोप पूरी तरह निराधार है। डीजी ने बताया कि डीआईजी के खिलाफ गृह विभाग द्वारा जांच करवाई जा रही हैं। जिससे बचने डीआईजी पैंतरेबाजी कर रहीं हैं।

ज्ञातव्य है कि शोभा अहोतकर पर पूर्व में विभाग में पदस्थ रहें आईजी विकास वैभव ने प्रताड़ना व पत्नी और मां के नाम से गाली गलौच का आरोप लगाया था। 27 फरवरी को आरोप लगाने के बाद विकास वैभव को होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज के आईजी के पद से हटा दिया गया है। शोभा अहोतकर 1990 बैच की आईपीएस अफसर हैं तो वही अनुसुइया रणसिंह साहू 2006 बैच की आईपीएस अफसर हैं।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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