Bihar School News: सरकारी स्कूल हाई वोल्टेज ड्रामा, जूते -चप्पल लेकर भिड़े टीचर और महिला प्रिंसिपल, खूब हुई तू-तू मैं-मैं…
Bihar School News: बिहार के कैमूर से अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहाँ एक महिला प्रिंसिपल और एक शिक्षक के बीच जमकर मारपीट हुई. विवाद इतना बढ़ा कि बात जूते-चप्पल तक पहुंच गई.

Bihar School News: बिहार के कैमूर से अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहाँ एक महिला प्रिंसिपल और एक शिक्षक के बीच जमकर मारपीट हुई. विवाद इतना बढ़ा कि बात जूते-चप्पल तक पहुंच गई. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
प्रिंसिपल और शिक्षक में विवाद
पूरा मामला कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड के छांव पंचायत के मधुरा विद्यालय का है. स्कूल के शिक्षक जसरुद्दीन और प्रधानाध्यापिका के बीच स्कूल की प्रार्थना के समय विवाद हुआ. प्रिंसिपल और शिक्षक एक दूसरे के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे. दोनों के बीच तू तू मैं चलता रहा. विवाद इतना बढ़ा कि लड़ाई-झगड़ा के दौरान दोनों ने अपने-अपने जूते तक निकाल लिए.
एक दूसरे पर उठाये जूते
किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर शेयर दिया. जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि कैसे प्रिंसिपल और शिक्षक के बीच एक दूसरे पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. साथ ही एक दूसरे पर मारने के लिए जूते उठा लिए.
क्यों हुई नोक झोंक
मामले को लेकर शिक्षक जसरुद्दीन का कहना है प्रिंसिपल उनपर हमेशा अभद्र भाषा का उपयोग करती हैं. वो पिछले 9 सालों से यहां काम कर रहे हैं. प्रधानाध्यापिका पिछले 9 वर्षों से ऐसा करती आ रही हैं. वहीं, इस मामले पर जब प्रिंसिपल का कहना है वह किसी भी शिक्षक के साथ बदतमीजी नहीं करती हैं और न ही अभद्र भाषा का उपयोग करती हैं. शिक्षक जसरुद्दीन काम छोड़ के दिन भर फोन पर लगे रहते हैं. जब उनसे क्लास जाने के लिए कहा जाता है तो कहते हैं, "तुम कौन होती हो हमें कहने वाली. हम लोग का अटेंडेंस ऑनलाइन लगता है." और आज इसी को लेकर जूते निकाल लिए.
शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे
वहीँ, घटना की सूचना मिलते ही दुर्गावती प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. उन्होंने कहा, इस मामले की जानकारी इस पूरे अधिकारियों को दी जाएगी. स्कूल में ऐसा व्यवहार माननीय नहीं है. स्कूल में अभद्र भाषा का प्रयोग और जूता दिखाना सही नहीं है. मामले की जांच की जाएगी.