Bihar School Education: बैड और बेड में एक अक्षर की वजह से अर्थ का हुआ अनर्थ, महिलाएं शर्मसार, ट्रोल होने पर शिक्षा विभाग के अफसरों ने बदला आदेश
Bihar School Education: अंग्रेजी के एक अक्षर की चूक से किस तरह हास्यपद स्थिति निर्मित हो जाती है, इसका प्रमाण है बिहार के स्कूल शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी का शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश। अर्थ का अनर्थ होने से सख्ती का संदेश देने वाला आदेश मजाक और ट्रोल का कारण बन गया।
Bihar School Education: पटना। बिहार के स्कूल शिक्षा विभाग में सुधार के अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। विभाग के एसीएस केके पाठक लगातार नए-नए प्रयोग कर रहे बल्कि अनुशासन की दिशा में कई प्रयोग कर रहे हैं. इसके बावजूद स्कूल शिक्षा विभाग का हालत बड़ी खराब है. उपर से अपनी लापरवाहियों से अधिकारी स्कूल शिक्षा विभाग का नाम खराब कर रहे हैं. एक जिले के शिक्षा अधिकारी ने स्कूल से गैरहाजिर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश निकाला, उसमें बैड परफार्मेंस की जगह बेड परफार्मेंस लिख डाला. स्कूल शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में महिलाएं हैं, वहीं कार्रवाई वाली लिस्ट में जिन शिक्षकों के नाम लिखे हैं, उनमें भी कई लेडी शिक्षक हैं। जिला शिक्षा अधिकारी का पत्र जारी होते ही सोशल मीडिया ग्रपों में कमेंट्स और ट्रोल की बाढ़ आ गई. शिक्षकों से लेकर आम आदमी भी कमेंट लिखने लगा...क्या स्कूल शिक्षा में बेड परफार्मेंस के आधार पर कार्रवाई होगी? जबकि, शिक्षा अधिकारी का लिखने का यह उद्देश्य नहीं था. उन्होंने अपने पीए को बैड परफार्मेंस के आधार पर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने नोट कराया था. मगर स्टेनो ने कमाल कर डाला. अंग्रेजी में बैड परफार्मेंस की जगह बेड परफार्मेंस लिख दिया.
शिक्षा विभाग के आदेश पत्र में गड़बड़
दरअसल, यह पूरा मामला जमुई जिले का है. जमुई जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा 22 मई 2024 को एक आदेश पत्र जारी किया गया था. जो निरीक्षण के दौरान विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों को लेकर था. आदेश पत्र में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय से अनुपस्थित तथा खराब प्रदर्शन(Bad Performance) के आधार 16 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे. लेकिन आदेश पत्र में एक चूक गयी.
विभाग को Bad और Bed में नहीं पता अंतर
विभाग ने "Bad Performance" की जगह "Bed Performance" लिख दिया. यह गलती 14 बार दोहराई गई है. इतना ही नहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बिना पढ़े ही हस्ताक्षर कर दिया. उन्हें Bad और Bed में फर्क समझ ही नहीं आया. उनके हस्ताक्षर के बाद ये पत्र जारी भी कर दिया गया. जिसके बाद यह लेटर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. शिक्षा विभाग को जमकर ट्रोल किया गया. लोगों ने कहा "इनकी खुद की शिक्षा इतनी bad है कि ये स्कूल जाकर नहीं बल्कि घर में bed पर ही बैठे-बैठे निरीक्षण कर लेते हैं" एक यूज़र ने कहा "Education department पहले educate हो जाए,फिर टीचर के लिए ज्ञान देना चाहिए."
टाइपिंग मिस्टेक से हुई गलती
सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के कुछ ही घंटों बाद बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार ने तुरंत आदेश बदलते हुए नया पत्र जारी किया. सफाई में उन्होंने कहा टाइप करने वाले कर्मी के द्वारा टाइपिंग मिस्टेक हुई है. गलती से यह लिख दिया है. Bed Performance को शुद्ध रूप में Bad Performance ही पढ़ा जाए.
पदाधिकारी ने बिना पदेश पढ़े कैसे किया सिग्नेचर?
लेकिन सवाल यह उठता है आखिर शिक्षा पदाधिकारी से पढ़ने में गलती कैसे हो गयी और सिग्नेचर भी कर दिया . एक बार नहीं पत्र में 14 बार Bed Performance लिखा हुआ था. बता दें यह पहली बार नहीं है कि विभाग के पत्र में टाइपिंग मिस्टेक हुआ है.