Bihar Politics News: पूर्णिया सीट के लिए छिड़ी जंग, चुनाव लड़ने की ज़िद पर अड़े पप्पू यादव, 4 अप्रैल को करेंगे नामांकन
Bihar Politics News: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले बिहार में सियासी जंग चर्चे में है. दरअसल राज्य के पूर्णिया सीट (Purnia seat) को लेकर सभी पार्टी में जंग छिड़ी हुई है.
Bihar Politics News: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले बिहार में सियासी जंग चर्चे में है. दरअसल राज्य के पूर्णिया सीट (Purnia seat) को लेकर सभी पार्टी में जंग छिड़ी हुई है. जहाँ आरजेडी (RJD) ने पूर्णिया सीट के लिए अपने उम्मीदवार बीमा भारती को टिकट दे दिया है. तो वहीँ पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने भी पूर्णिया से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
4 अप्रैल को नामांकन करेंगे पप्पू यादव
जानकारी के मुताबिक़, पप्पू यादव ने 20 मार्च को जन अधिकार पार्टी का विलय कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. लेकिन उन्हें कांग्रेस को ओर से टिकट नहीं मिला. तो वहीँ आरजेडी ने पूर्णिया से विधायक बीमा भारती को टिकट दे दिया है. जिसके बाद भी पप्पू यादव पूर्णिया से चुनाव लड़ने की जिद पर अड़े हुए हैं. इसी बीच पप्पू यादव ने 4 अप्रैल को नामांकन करने का ऐलान कर दिया है.
पूर्णिया सीट पर पुनर्विचार करें: पप्पू यादव
इसे लेकर पप्पू यादव ने एक्स पर ट्वीट कर कहा "देश भर में फैले पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के साथी मेरे जन नामांकन में शामिल होना चाहते हैं, उनकी सुविधा के लिए पूर्णिया की महान जनता द्वारा प्रस्तावित नामांकन तिथि 2 अप्रैल की जगह 4 अप्रैल हो गया है। आप सब इसमें शामिल हो, आशीष दें. बिहार में INDIA गठबंधन के बड़े भाई राज़द के प्रमुख आदरणीय लालू जी से पुनः आग्रह है कि वह गठबंधन हित में पूर्णिया सीट पर पुनर्विचार करें, कांग्रेस के लिए छोड़ दें!"
लालू यादव से किया आग्रह
न्यूज एजेसी ANI के इंटरव्यू में पप्पू यादव ने कहा, "मैं लालू यादव से आग्रह करूंगा, मैं भी आपके हीं परिवार का हिस्सा हूं. भले ही आप अपने 2-4 बच्चों को परिवार समझ लें लेकिन हमारा भाईचारा हमेशा रहा है. पहले भी जब-जब लालू परिवार पर संकट आया है मैं खड़ा रहा हूं. गठबंधन का राजनीति व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए नहीं है. अलग बात है कि गठबंधन की राजनीति में आज देश फंसी हुई है. पुर्णिया की जनता किसी की गुलाम नहीं है और दिल्ली पटना की राजनीति से दूर है। यहां की जनता अपने बेटे ये प्यार करती है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर मुझे भरोसा है. बिहार में कुछ लोग दल को मजबूत नहीं होने देना चाहते हैं। मैं अपने नेता के आदेश का इंतजार कर रहा हूं. इसलिए हमने 4 अप्रेल को अपने दोनों नेता के विश्वास पर और जनता की भावनाओं पर नामांकन करने का निर्णय लिया है."