Bihar News: बुरे फंसे मंत्री उदयनिधि स्टालिन, सनातन धर्म की वायरस से की तुलना, पटना कोर्ट ने भेजा समन
Bihar News: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर बुरी तरह फंसे हैं. युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन का एक बयान उन पर भारी पड़ गया.
Bihar News: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर बुरी तरह फंसे हैं. युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन का एक बयान उन पर भारी पड़ गया. जिसके चलते पटना की एक अदालत ने सोमवार को नया समन जारी किया है. पटना की एमएलए अदालत ने तमिलनाडु के मंत्री उदय निधि स्टालिन को कोर्ट में 13 फरवरी को हाजिर होने का आदेश दिया है.
जानकारी के मुताबिक़ करीब 4 महीने पहले सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि स्टालिन ने बेहद ही ख़राब बयान दिया था. उदयनिधि स्टालिन ने कहा सनातन धर्म रोग जनित कीटाणुओं और जीवाणुओं के समान है. सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, डेंगू और मच्छरों से होने वाले रोग से की थी. जिसे नष्ट कर देना चाहिए. सनातन धर्म का विरोध नहीं किया जा सकता, इसे नष्ट किया जा सकता है. उनके इस बयान के खिलाफ पटना हाईकोर्ट के वकील कौशलेंद्र नारायण ने याचिका दायर की थी. उदयनिधि के खिलाफ एक आपराधिक मामला धारा 153 (ए), 295 (ए), भारतीय दंड संहिता की धारा 298, 500 और 504 के तहत दायर किया गया.
तमिलनाडु के एक मंत्री से मामला जुड़े होने के कारण बाद में केस को एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया. 6 दिसंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट ने उदयनिधि स्टालिन को आईपीसी की कई धाराओं के तहत समन जारी किया था. सोमवार को भी कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई. जिसके बाद उदयनिधि स्टालिन को पटना की एमपी-एमएलए अदालत ने 13 फरवरी को अदालत में हाजिर होने के आदेश दिया है.