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Bihar News : अवैध बालू खनन से दीपावली की ख़ुशी बदली मातम में, डूबने से 2 भाईयों की मौत

Bihar News : नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के दरियासराय गांव के पास पंचाने नदी में दो चचेरे भाइयों की डूबने से मौत हो गई।

Bihar News : अवैध बालू खनन से दीपावली की ख़ुशी बदली मातम में, डूबने से 2 भाईयों की मौत
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By Meenu Tiwari

nalanda accident news, : नालंदा में दीपावली त्यौहार के गोवर्धन पूजा के दिन परिवार की खुशियां मातम में बदल गई. अवैध बालू खनन के कारण बने गड्ढों ने दो भाइयों की जान ले ली. एक ही परिवार के दो चचेरे भाईयों की डूबने से मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के दरियासराय गांव के पास पंचाने नदी में दो चचेरे भाइयों की डूबने से मौत हो गई।


ग्रामीणों का आरोप है कि पंचाने नदी में अवैध बालू खनन के कारण नदी में गहरे गड्ढे बन गए हैं, जो लगातार डूबने की घटनाओं का कारण बन रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से बालू खनन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। घटना बुधवार दोपहर लगभग तीन बजे हुई, जब दोनों घर से स्नान करने के लिए निकले थे। देर शाम तक लौटने पर परिवार के लोग परेशान होकर खोजबीन में जुट गए, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मृतकों में शशिभूषण प्रसाद का 15 वर्षीय पुत्र अमन कुमार और पप्पू प्रसाद के 13 वर्षीय पुत्र हिमांशु कुमार शामिल हैं। दोनों बिहारशरीफ में रहकर पढ़ाई करते थे और दीपावली मनाने के लिए अपने गांव आए थे।


जानवर चराने गए ग्रामीणों ने दो जोड़ी चप्पल और कपड़े देखे


गुरुवार सुबह नदी किनारे जानवर चराने गए ग्रामीणों ने दो जोड़ी चप्पल और कपड़े देखे, जिससे उन्हें आशंका हुई कि किसी हादसे का शिकार हुआ है। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और चप्पलों और कपड़ों की मदद से बच्चों की पहचान की। इसके बाद ग्रामीणों और परिजनों ने नदी में खोजबीन की, जिसमें कुछ देर बाद दोनों के शव बरामद कर लिए गए।





ग्रामीणों ने की मांग


स्थानीय लोग कहते हैं कि नदी के इस हिस्से में गहरे गड्ढों और तेज धाराओं के कारण अक्सर डूबने की घटनाएं होती रहती हैं। प्रशासन और पुलिस से उनकी मांग है कि बालू खनन को तत्काल रोकते हुए नदी किनारे सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं।

यह हादसा न केवल परिवार के लिए अपूरणीय क्षति लेकर आया है, बल्कि पूरे गांव में शोक और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों की मौत ने यह चेतावनी दी है कि नदी किनारे सुरक्षा उपाय न होने की स्थिति में और अधिक हादसे हो सकते हैं।



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