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Bihar Floods: बिहार में बारिश के कारण बाढ़ के हालात: पानी में डूबे 50 से ज्यादा गांव, 38 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी

Bihar Me Barish Ke Karan Badh: पटना: बिहार में बारिश के कारण बाढ़ के हालात है। बाढ़ के कारण कई गांवों का संपर्क दूसरे गांवों से टूट गया है। इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने आज सोमवार को बिहार के 38 जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। जिसके कारण हालात और भी ज्यादा खराब हो सकते हैं।

बिहार में बारिश के कारण बाढ़ के हालात: पानी में डूबे 50 से ज्यादा गांव, 38 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी
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By Chitrsen Sahu

Bihar Me Barish Ke Karan Badh: पटना: बिहार में बारिश के कारण बाढ़ के हालात है। बाढ़ के कारण कई गांवों का संपर्क दूसरे गांवों से टूट गया है। इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने आज सोमवार को बिहार के 38 जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। जिसके कारण हालात और भी ज्यादा खराब हो सकते हैं।

बिहार के इन 38 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी

मौसम विभाग (IMD) ने आज सोमवार को बिहार के 38 जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। उनमें गोपालगंज, किशनगंज, पूर्वी और पश्चिम चंपराण, भागलपुर, पटना, वैशाली , बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, बक्सर और औरंगाबाद शामिल है। इसके अलावा गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 29 अगस्त तक उत्तर प्रदेश मे मानसून एक्टिव रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसी

बाढ़ के पानी में डूबे गांव

मौसम विभाग (IMD) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार की राजधानी पटना के 24 गांव और हिलसा प्रखंड के 18 गांव बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं। झारखंड में हो रही बारिश का असर अब बिहार के नालंदा में भी देखने को मिल रहा है। जहां के नदी नाले पूरे उफान पर है। पटना में बारिश के कारण सड़क तालाब में तब्दील हो गई है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। इसके साथ ही उन्हें जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

धान की फसलों को पहुंचा नुकसान

बिहार में चार दिनों से लगातार जारी बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बिहार की राजधानी पटना के धनरुआ प्रखंड में पांंच नदियां दरधा, कररुआ, भूतही, बलदाही और लोकाईन पूरे उफान पर है। जिसकी वजह से 1600 एकड़ में लगी धान की फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा जगह-जगह पर जलभराव जैसी स्थिति पैदा हो गई है। बाढ़ के कारण एक गांव का दूसरे गांव से संपर्क टूट गया है।

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