बिहार चुनाव 2025: टिकट कटने के डर से बच्चों जैसी हरकत, CM आवास के बाहर धरने पर बैठे JDU विधायक, इन्होने दी इस्तीफे की धमकी

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पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नामांकन की प्रक्रिया शुरू होते ही एनडीए गठबंधन में अंदरूनी घमासान तेज हो गया है। खासकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में टिकट बंटवारे को लेकर जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है। पार्टी ने सीटों के ऐलान से पहले ही सिंबल बांटना शुरू कर दिया, लेकिन इससे कई नेताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
सबसे बड़ा बवाल तब हुआ जब विवादों में रहने वाले जेडीयू विधायक गोपाल मंडल टिकट कटने की आशंका के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। भागलपुर जिले की गोपालपुर सीट से चार बार विधायक रह चुके मंडल ने पांचवीं बार चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी की चुप्पी से नाराज होकर वह अपने समर्थकों के साथ सीएम हाउस पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।
सुरक्षा कर्मियों ने किया गेट से बाहर
सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया, तो वह मुख्य द्वार पर ही बैठ गए और साफ कहा कि, जब तक उन्हें खुद नीतीश कुमार पार्टी का सिंबल नहीं देंगे, वह वहां से नहीं हटेंगे। मंडल ने आरोप लगाया कि, पार्टी में कुछ लोग उन्हें टिकट से वंचित करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने खुद को नीतीश कुमार का सच्चा सिपाही बताया और कहा कि, पार्टी में अंदरखाने खेल चल रहा है।
वहीं दूसरी तरफ, सहरसा की सोनबरसा सीट से विधायक और राज्य के मंत्री रत्नेश सदा भी भावुक नजर आए। बताया जा रहा है कि, उनकी सीट चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को दे दी गई है। सदा ने मीडिया से कहा कि, उन्हें पहले सिंबल दे दिया गया था, लेकिन बाद में सीट एलजेपी को चली गई। उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार ने उन्हें दलदल से निकालकर मंत्री बनाया, लेकिन अब उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों को क्या जवाब देना है, यह समझ नहीं आ रहा। उनकी आंखों से छलके आंसुओं ने उनके समर्थकों को भी नाराज कर दिया है।
सांसद ने जताई नाराजगी
उधर, भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल ने भी टिकट वितरण को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने सीएम नीतीश को पत्र लिखकर कहा कि, विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के चयन में उनकी बात नहीं सुनी गई। उन्होंने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देने की पेशकश भी कर दी है। जेडीयू में टिकट कटने से नाराज नेताओं की भीड़ लगातार सीएम आवास पहुंच रही है। कुर्था, नबीनगर और दरभंगा से भी कार्यकर्ता पटना पहुंच चुके हैं। पार्टी में टिकट के दावेदार, विधायक और सांसद सभी नाराज हैं।
पार्टी के भीतर भारी मतभेद
सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू और एलजेपी के बीच सीटों को लेकर मतभेद गहराते जा रहे हैं। नीतीश कुमार ने स्थिति को संभालने की कोशिश जरूर की है, लेकिन गोपाल मंडल और रत्नेश सदा जैसे नेताओं की खुली नाराजगी से साफ है कि एनडीए में टिकट बंटवारे को लेकर विवाद अभी थमने वाला नहीं है। चुनाव से पहले ही जिस तरह से पार्टी के अंदर सिरफुटौव्वल शुरू हो गया है, उससे साफ है कि, टिकट की लड़ाई इस बार एनडीए के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है।
