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Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव में अपराध और धनबल कॉकटेल! हर तीसरा उम्मीदवार आरोपी, हर दूसरा करोड़पति! पढ़ें ADR के चौंकाने वाले आंकड़े

Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे बिहार चुनाव में धन-बल और अपराध के कॉकटेल से पर्दा हट रहा है और सच्चाई सामने आ रही हैं।

Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव में अपराध और धनबल की गूंज, हर तीसरा उम्मीदवार आरोपी, हर दूसरा करोड़पति! ADR रिपोर्ट के चौंकाने वाले आंकड़े
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By Ragib Asim

Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे बिहार चुनाव में धन-बल और अपराध के कॉकटेल से पर्दा हट रहा है और सच्चाई सामने आ रही हैं। चुनाव निगरानी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की ताज़ा रिपोर्ट ने चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं, जिसके मुताबिक हर तीसरा उम्मीदवार अपराधी है और हर दूसरा करोड़पति!

2,616 उम्मीदवारों में 838 के खिलाफ आपराधिक केस
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा की 2,616 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में से कम से कम 2,600 के हलफनामों का लेखा-जोखा पेश किया है। इस विश्लेषण से पता चला कि 838 उम्मीदवार (32%) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
695 उम्मीदवार (27%) पर गंभीर अपराध जैसे हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण और भ्रष्टाचार के केस हैं। इनमें 52 उम्मीदवारों पर हत्या, 165 पर हत्या की कोशिश, और 94 पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के केस दर्ज हैं जिनमें 5 पर बलात्कार के आरोप शामिल हैं।
164 विधानसभा सीटें ‘रेड अलर्ट’ पर
243 सीटों में से 164 सीटों को ‘रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र’ घोषित किया गया है। इसका मतलब है कि इन सीटों पर तीन या अधिक उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। यह स्थिति बताती है कि मतदाताओं के पास “साफ-सुथरे उम्मीदवार” चुनने के विकल्प बेहद सीमित हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का नहीं पड़ा असर
ADR ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राजनीतिक दलों ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी को नज़रअंदाज़ किया है। फरवरी 2020 में सर्वोच्च अदालत ने स्पष्ट कहा था कि पार्टियां अपराधी बैकग्राउंड वाले उम्मीदवारों को टिकट देने के कारणों को सार्वजनिक करें लेकिन इस बार भी सभी दलों ने पुराने पैटर्न पर ही टिकट बांटे। रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख राजनीतिक दलों ने 20% से लेकर 100% तक ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है जिन पर आपराधिक केस हैं।
हर दूसरा उम्मीदवार करोड़पति
राजनीति में अपराध के साथ धनबल का गठजोड़ भी साफ नज़र आता है। ADR के अनुसार, कुल 2,600 उम्मीदवारों में से 1,081 (42%) करोड़पति हैं यानी हर पांच में से दो उम्मीदवारों के पास एक करोड़ से अधिक की संपत्ति है।
उम्मीदवारों की औसत संपत्ति ₹3.35 करोड़ आंकी गई है। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने 14% से 100% तक करोड़पति प्रत्याशी उतारे हैं, जो दिखाता है कि बिहार की राजनीति में धन की ताकत निर्णायक भूमिका निभा रही है।
दो चरणों में होगी वोटिंग
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे
पहला चरण: 6 नवंबर (121 सीटों पर मतदान)
दूसरा चरण: 11 नवंबर (122 सीटों पर मतदान)
वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी।
मतदाता अब देख रहे हैं कि अपराध और पूंजी के इस संगम में साफ छवि वाले नेताओं की कितनी संभावना बची है।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

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