Weather Update Today, 23 August 2023: दिल्ली-UP समेत इन राज्यों में होगी बारिश, हिमाचल में रेड अलर्ट, जानें अपने शहर का मौसम का हाल
Weather Update Today, 23 August 2023: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है. देर रात से ही राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. बारिश से राज्य में जमकर तबाही हो रही है.

Weather Update Today, 23 August 2023: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है. देर रात से ही राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. बारिश से राज्य में जमकर तबाही हो रही है. बताया जा रहा है कि सोलन जिले के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में बालद नदी पर बना पुल टूट गया है. जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश और पानी के तेज बहाव के चलते पुल का एक हिस्सा धरासाई हो गया. जिसके चलते औद्योगिक क्षेत्र बद्दी का संपर्क चंडीगढ़ और हरियाणा से टूट गया है.
बताया जा रहा है कि बद्दी में कल रात से जारी भारी बारिश के चलते बालद नदी का जलस्तर बढ़ गया, इसके बाद नदी के तेज बहाव में पुल का एक हिस्सा बह गया. इसके बाद बद्दी की ओर से नेशनल हाईवे 105 पिंजौर बद्दी और चंडीगढ़ मार्ग की ओर जाने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया है. पुल के टूट जाने से यहां से गुजरने वाले वाहन लक्कड़ डीपू पुल से होते हुए हरोटीवाला की ओर जा रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश में जुलाई से शुरू हुई बारिश में अब तक सैकड़ों घर तबाह हो गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. इस बार हुई मानसूनी बारिश ने कई लोगों की जान भी ले ली. जानकारी के मुताबिक, राज्य में भारी बारिश के चलते अब तक 2220 घर गिर चुके हैं. जबकि 11 हजार से ज्यादा घरों में दरारें आ गई हैं. वहीं 9800 से ज्यादा घरों को कोई न कोई नुकसान पहुंचा है.
हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन की एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सूबे में बारिश और फ्लैश फ्लड में 4695 गौशालाएं 300 दुकानें भी ढह गई हैं. वहीं राज्य में बारिश की इस आफत से अब तक 8099 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. वहीं बारिश संबंधी घटनाओं में अब तक 348 लोगों की मौत हो चुकी है.
हिमाचल में पर्यावरण विभाग में प्रिंसिपल साइंटिफिक ऑफिसर सुरेश अत्री ने कहा कि हमें मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य में 11 हजार से अधिक घरों में दरारें आई हैं. उन्होंने कहा कि इतनी अधिक बारिश की उम्मीद नहीं थी. अत्री के कहा कि हिमाचल प्रदेश में क्लाइमेट चैंज एक्शन प्लान को दिसंबर 2021 में अपनाया गया. जो 2030 तक के लिए प्रस्तावित है.
