Weather Forecast Today 08 November 2023: दिल्ली समेत देश के इन राज्यों में आज बारिश के आसार, जानें अपने राज्य के मौसम का हाल
Weather Forecast Today 08 November 2023: दिल्ली और आसपास के लोग बीते कुछ समय से जहरीले गैस चैंबर में जीने पर मजबूर हैं. पूरे वातावरण में एक धुंध की चादर छाई हुई हैं. यहां पर एक्यूआई का स्तर खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है.
Weather Forecast Today 08 November 2023: दिल्ली और आसपास के लोग बीते कुछ समय से जहरीले गैस चैंबर में जीने पर मजबूर हैं. पूरे वातावरण में एक धुंध की चादर छाई हुई हैं. यहां पर एक्यूआई का स्तर खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है. मगर इस बीच मौसम विभाग की ओर से राहत भरी खबर सामने आई है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण दिल्ली-एनसीआर में हवा की गति में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके चलते प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है. हवा में प्रदूषक तत्वों में कमी देखने को मिलेगी. इससे जहरीली हवा से राहत मिल सकती है. वहीं पहाड़ी इलाकों में इस वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण बर्फबारी आरंभ हो सकती है. इसके कारण मैदानी इलाकों में तापमान घटेगा.
मौसम विभाग के अनुसार, दिवाली के बाद देश की राजधानी के कुछ इलाकों में बारिश होने की उम्मीद है. आईएमडी (IMD) के अनुसार, 9 नवंबर को दिल्ली के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी होगी. वहीं यूपी-बिहार में अभी भी मौसम शुष्क बना है. यूपी के कुछ भागों में सुबह के समय हल्का कोहरा देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, 10 नवंबर तक उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क रह सकता है.
इस बीच अगले चार दिनों तक तापमान में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होने वाला है. बिहार के कई हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग की मानें तो राज्य के उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम भागों में हल्का कोहरा रहेगा. कुछ जगहों पर आंशिक रूप से बादल छाए रहने वाले हैं. वहीं आज के मौसम की बात की तो स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु, केरल और दक्षिणी कर्नाटक में मध्यम से तेज बारिश होने की उम्मीद है.
बीत एक हफ्ते से राजधानी और इसके आसपास के वातावरण में प्रदूषण का स्तर चरम पर है. यहां पर एक्यूआई का स्तर 400 को भी क्रॉस कर चुका है. इस स्तर को बेहद खतरनाक श्रेणी में रखा गया है. बताया जा रहा है कि प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण अन्य राज्यों में जलने वाली पराली से निकलने वाला धुआं है. वहीं दिल्ली में बेतहाशा वाहनों से निकालने वाला प्रदूषण है. इसके साथ कंस्ट्रक्शन वर्क भी है. इनके मिश्रण से मौसम में प्रदूषण का लेवल बढ़ रहा है.