Begin typing your search above and press return to search.

Video: धर्मान्तरण का भंडाफोड़ः पुलिस आरक्षक करा रहा मौत का भय, खेती नष्ट और महामारी फैलने का डर दिखाकर धर्मांतरण, एसपी सिद्धार्थ तिवारी बोले...कार्रवाई होगी, थमाई नोटिस

Video: धर्मान्तरण का भंडाफोड़ः पुलिस आरक्षक करा रहा मौत का भय, खेती नष्ट और महामारी फैलने का डर दिखाकर धर्मांतरण, एसपी सिद्धार्थ तिवारी बोले...कार्रवाई होगी, थमाई नोटिस
X
By yogeshwari varma

NPG न्यूज

मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़ जिले में आदिवासियों को मौत का डर, खेती नष्ट और महामारी का खौफ दिखाकर जिले का एक पुलिस कर्मी द्वारा धर्मांतरण कराने का भंडाफोड़ हुआ है। हिन्दू जागरण मंच द्वारा वीडियो के जरिये भंडाफोड़ करने के बाद पुलिस ने आरक्षक को नोटिस थमा दी है। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा है कि नोटिस के जवाब मिलने के बाद आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वीडियो में आदिवासी बच्चों को बरगला और भ्रमित कर ईसाई धर्म में शामिल कराया जा रहा है।


हिन्दू जागरण मंच जिलाध्यक्ष आकाश दुआ ने आज मीडिया से बात करते हुए बताया कि एक पुलिसकर्मी अपने दो सहयोगियों के साथ धर्मातरण करने के लिए लोगों को बरगलाया जा रहा था। इस बात की मुझे जानकारी मिलते ही मैं अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचा। मैंने देखा कि वहां पर एक विमल तिर्की नाम का युवक ईसाई धर्म से जुड़ी पुस्तकों को लेकर चित्रों के माध्यम से कई सारी प्राकृतिक आपदाओं महामारियों फसल नष्ट होने घर में किसी की मृत्यु हो जाने जैसे भय दिखाकर और उससे बचने के लिए युवाओं को ईसाई धर्म अपनाने प्रेरित कर रहा था। चैनपुर स्थित चर्च में बुलाकर वहां पर प्रार्थना करने व यहां पर मिलने वाले रोटी व अंगूर का रस पीने से आपकी सारी परेशानी दुख कष्ट और आपदाएं जो आप पर आने वाली है। वह सभी परमेश्वर (ईसा मसीह) है वह ठीक कर देगा। इस तरीके की तमाम बातें उसके द्वारा कही जा रही थी। दुआ ने कहा कि मैंने उसके इस सभी बातों का वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड किया जो सभी जगह वायरल हो गई अतः स्थानीय पुलिस व अधिकारियों ने मुझे बुलाकर फेसबुक पोस्ट को डिलीट करने को कहा और मुझे आश्वासन देते हुए कहा गया कि लिखित में शिकायत दर्ज कराने पर जल्द से जल्द कारवाई की जाएगी, मैंने लिखित शिकायत 13 जुलाई को एसपी एमसीबी को दे दी।


उसके बाद जब मैंने अपने स्तर पर उस युवक के बारे में छानबीन करने का प्रयास किया। तब मैंने पाया कि वह युवक लगातार धर्मातरण के कार्य में संलग्न है। लगातार आस-पास ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को धर्मांतरण के लिए बरगला रहा है। बाद में पता चला कि अजय तिर्की पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर पदस्थ है। .उसके बाद सारा मामला साफ है कि अपने विभाग के सिपाही को बचाने के लिए जिले के आला पुलिस के अधिकारियों ने मुझ से फेसबुक पोस्ट को दबाव पूर्वक डिलीट करवाया अगर उन्हें इस बात की जानकारी थी कि युवक उनके ही विभाग से है फिर भी किसी भी तरीके की कोई भी कारवाई अब तक नहीं हुई है।


मामले की शिकायत को 10 दिन बीतने बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। एडिशनल एसपी निमेश बरैया ने धर्मांतरण कराने वाले पुलिसकर्मी विमल तिर्की को नोटिस जारी किया है। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने मीडियाकर्मियों को दी जानकारी। कहा शिकायत पर त्वरित संज्ञान लिया गया है। नोटिस का जवाब आने के बाद नियमानुसार कार्यवाही होगी।

Next Story