Vaidraj of Bastar Padmashree Hemchand Manjhi: बस्तर के वैद्यराज पद्मश्री हेमचंद मांझी: जानिए...कौन हैं वैद्यराज हेमंचद मांझी और नक्सली क्यों दे रहे हैं उन्हें धमकी
Vaidraj of Bastar Padmashree Hemchand Manjhi: बस्तर के वैद्यराज कहे जाने वाले 72 वर्षीय हेमचंद मांझी को पिछले महीने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया। अपना पूरा जीवन लोगों का ईलाज करने में खफा देने वाले हेमचंद मांझी को लगातार नक्सलियों की तरफ से धमकी मिल रही है। अब सरकार ने उन्हें सुरक्षा देने का फैसला किया है।
Vaidraj of Bastar Padmashree Hemchand Manjhi: एनपीजी न्यूज डेस्क
पद्मश्री हेमचंद मांझी अब 72 वर्ष को हो गए हैं, जब वे 15 साल के थे तब से लोगों को ईलाज कर रहे हैं। वन औषधियों को लेकर उनके ज्ञान का कोई मुकाबला नहीं है। जड़ी- बुटी से वे कई लोगों के असाध्य रोगों का ईलाज कर चुके हैं। बस्तर और छत्तीसगढ़ ही नहीं देश और दुनिया से लोग उनके पास ईलाज कराने आते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से उन्हें नक्सलियों की तरफ से लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है। नक्सली उनके कुछ रिश्तेदारों की हत्या कर चुके हैं। ऐसे में अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए उन्हें अपना गांव छोड़ना पड़ा है। इसके बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं मिल पा रही थी। इससे आहत मांझी ने पद्म पुरस्कार लौटाने की घोषणा कर दी थी। मामला सरकार के संज्ञान में आते ही उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई है।
जानिए...बस्तर में कहां रहते हैं वैद्यराज हेमचंद मांझी
वैद्यराज हेमचंद मांझी बस्तर संभाग के नारायणपुर जिला के रहने वाले हैं। नारायणपुर में वे छोटेडोंगर क्षेत्र में रहते हैं जो जिला मुख्यालय से करीब 40 किलो मीटर दूर है, जबकि रायपुर से छोटेडोंगर की दूरी लगभग 260 किलो मीटर है।
जानिए...नक्सली क्यों दे रहे हैं वैद्यराज हेमचंद मांझी को धमकी
नक्सली वैद्यराज हेमचंद मांझी पर आमदई खनन परियोजन ( आयरन ओर) को चालू करने में मदद करने का आरोप लगा रहे हैं। आदतन नक्सली इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं। नक्सलियों का आरोप है कि मांझी इस परियोजना को चालू कराने में सरकार की मदद कर रहे हैं, जबकि मांझी इससे लगातार इनका करते आ रहे हैं। मांझी का कहना है कि लौह अयस्क खदान से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। इसके बावजूद नक्सलियों ने मेरे खिलाफ पर्चा जारी करके धमकी दी है।
सरकार ने दी वाय श्रेणी की सुरक्षा
वैद्यराज हेमचंद मांझी की सुरक्षा चिंता को देखते हुए गृह विभाग ने एक दिन पहले ही उन्हें वाय श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा दी है। राज्य शासन द्वारा प्रोटेक्शन रिव्यू गुप की बैठक में हेमचंद मांझी (नारायणपुर) को सुरक्षा श्रेणी प्रदान किए जाने की अनुशंसा और प्रदेश में वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को दृष्टिगत रखते हुए, यह आदेश जारी किया गया है। मालूम हो कि Y श्रेणी में 8 कर्मियों की सुरक्षा होती है, जिसमें 1 या 2 सीआरपीएफ या सीआईएसएफ कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं। वहीँ, Y+ श्रेणी में 11 कर्मियों की सुरक्षा होती है, जिसमें 2-4 सीआरपीएफ या सीआईएसएफ कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं।