Unified Command: नक्सलवाद के खिलाफ जंग पर आज हो सकता है बड़ा फैसला: सीएम विष्णु देव की अध्यक्षता में यूनिफाइड कमांड की बैठक शुरू
Unified Command: छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्चे पर बीते 6 महीनों में मिली बड़ी सफलता के बीच आज सरकार नक्सल विरोधी अभियान को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है। आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में यूनिफाइड कमांड की बैठक चल रही है।
Unified Command: रायपुर। राजधानी रायपुर के सर्किट हाउस में सरकार की एक बड़ी बैठक चल रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में चल रही इस बैठक में राज्य सरकार के आला पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ ही केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल के अधिकारी शामिल है।
प्रदेश में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही जंग की दृष्टि से इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक में नक्सल मोर्चे पर सरकार और आक्रामक होने सहित प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है।
यह बैठक यूनिफाइड कमांड की है। नक्सल विरोधी अभियान और प्रभावित क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए गठित यह कमांड मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में काम करता है। बैठक में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग मनोज कुमार पिंगुआ सहित केंद्र एवं राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, आईटीबीपी, बीएसएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ, भारतीय वायुसेना और छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं।
उल्लेखनीय है कि बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को एक के बाद बड़ी सफलता मिल रही है। मुठभेड़ में लगातार नक्सली मारे जा रहे हैं। 5 महीने में नक्सल मार्चों पर पुलिस को मिली सफलता बताई है। सीएम ने बताया कि 5 महीने में सुरक्षाबलों ने 120 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। 153 गिरफ्तार किए गए हैं,जबकि 375 ने आत्म सम्पर्ण किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने किया नक्सलवाद मुक्त करने का वादा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की जनता से बस्तर को नक्सलवाद मुक्त करने वादा किया है। शाह ने छत्तीसगढ़ की विभन्न चुनावों सभाओं में राज्य को 2 साल में नक्सल मुक्त करने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि शाह के वादे के बाद से ही बस्तर में तैनात पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स आक्रामक हो गई है। गोपनीय सूचनाओं के आधार पर बस्तर में पुलिस की तरफ से लगातार बड़े ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इससे नक्सलियों का हौसला पस्त हो गया है।