CG: एसपी आफिस में मिट्टी तेल लेकर आत्मदाह करने पहुंचा किसान, बिल्डर के खिलाफ अपराध दर्ज करने पुलिस कर रहीं हीलाहवाला
बिलासपुर 10 जून 2022। जमीन सम्बन्धी मामले में एफआईआर की मांग को लेकर एक 42 वर्षीय व्यक्ति मिट्टी तेल लेकर एसपी कार्यालय पहुँच गया। युवक कुछ कर पाता उससे पहले ही सुरक्षाकर्मियों ने युवक को पकड कर उससे मिट्टी तेल लूट लिया। युवक को मामले की जांच हेतु कोतवाली थाने भेजा गया है। हालांकि पुलिस युवक के मामले की पूर्व में जांच कर चुकी है।
मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के नारियल कोठी में रहने वाला 42 वर्षीय व्यक्ति महेंद्र कश्यप खेती का कार्य करता है। पूर्व में वह who में कार्य करता था। दवाई सप्लाई के सम्बंध में उसकी मुलाकात सुनील नामचंदानी से हुई थी। सुनील नामचंदानी ने महेंद्र कश्यप को एक जमीन दिखाई थी। जमीन एक महिलाक नाम थी। जिसका पावर आफ अटार्नी उसने रायपुर के एक बिल्डर को दे रखा था। महेंद्र कश्यप के अनुसार जमीन खरीदने के लिए उक्त बिल्डर से सम्पर्क कर सुनील नामचन्दानी को एडवांस में महेंद्र कश्यप ने 11 लाख रुपये दिए थे। पर कोरोना काल मे एग्रीमेंट करवाने वाले बिल्डर व जमीन मालकिन महिला दोनों की मौत हो गई थी, जिसके चलते रजिस्ट्री नहीं हो पाई।
जमीन रजिस्ट्री करवाने या पैसा वापस करवाने के लिए पुलिस को महेंद्र कश्यप ने शिकायत दी थी। जिसकी जांच कोतवाली थाने के सीएसपी के द्वारा की गई। पर रकम लेनदेन का कोई भी एग्रीमेंट नही होने व जमीन मालकिन व पॉवर ऑफ अटार्नी होल्डर की मौत होने के चलते पुलिस ने एफआईआर न दर्ज कर 155 काट कर युवक को दिया था और कोर्ट जाने की सलाह युवक को दी थी। पर युवक ने 155 लेने से इंकार कर दिया और रकम वापसी करवाने या एफआईआर करवाने की मांग पर अड़ा रहा। आज युवक एफआईआर या रकम वापसी की मांग को लेकर एसपी कार्यालय में मिट्टी तेल लेकर पहुँच गया। सुरक्षा कर्मियों की नजर पड़ते ही कुछ भी करने से पहले ही सुरक्षा कर्मियों ने मिट्टी तेल के डब्बे को महेंद्र कश्यप से लूट लिया गया।
मामले की जानकारी लगते ही एसएसपी पारुल माथुर ने एडिशनल एसपी उमेश कश्यप को मामले की एक बार फिर नए सिरे से जांच करने व रायपुर में स्थित बिल्डर के ऑफिस में ले युवक के साथ टीम भेजकर युवक की रकम वापसी के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना हैं कि पूर्व में ही पुलिस युवक की मदद की कोशिश कर चुकी है पर किसी भी तरह के लेनदेन की लिखापढ़ी नही होने के चलते एफआईआर दर्ज नही की जा सकी।