INSIDE STORY-कालीचरण बाबा के दर्शन करने भक्त बन कर पहुँची थी पुलिस टीम.. मोबाइल लोकेशन के आधार पर खजुराहो पहुँची थी टीम

रायपुर 30 दिसंबर 2021। राजधानी में आयोजित संत समागम जिसे धर्म संसद के रुप में प्रचारित किया गया था वहाँ महात्मा गांधी को अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज को राजधानी पुलिस ने खजुराहो से गिरफ़्तार कर लिया। यह गिरफ़्तारी तड़के चार बजे हुई जबकि बागेश्वर धाम में एक नीजि कक्ष जिसे कि कालीचरण महाराज ने किराए पर लिया था में रहने वह पहुँचा था। कालीचरण महाराज के रुकने के लिए खजुराहो में केवल वही जगह नहीं थी बल्कि एक और जगह थी। कालीचरण महाराज पहले पल्लवी गेस्ट हाउस में रुके थे। इसी गेस्ट हाउस से उन्होंने वीडियो जारी किया था जिसमें वे यह कहते देखे गए मुझे अपने कहे पर कोई पछतावा नहीं है.. मृत्युदंड मिलता है तो भी खेद नहीं है राजधानी पुलिस एफआईआर किए जाने के बाद से कालीचरण महाराज की तलाश में थी। कालीचरण महाराज आए तो हवाई जहाज़ से थे लेकिन उनकी वापसी हवाई जहाज़ से नहीं हुई थी। कालीचरण महाराज बाजरिया ट्रेन से रायपुर से रवाना हुए थे। दिलचस्प यह भी था कि यात्रा के दौरान कालीचरण महाराज अपने वास्तविक नाम का इस्तेमाल नहीं करते थे, वे जिस नाम का इस्तेमाल कर रहे थे वह नाम कालीचरण सराग था। पुलिस को एयरपोर्ट पर जानकारी लेने में इसलिए ही देर भी हुई। राजधानी पुलिस को सूत्रों से यह सुनिश्चित हो गया था कि कालीचरण ट्रेन से रवाना हुए हैं.. राजधानी पुलिस ने संबंधित ट्रेन और बोगी के टीटी से कंफर्म कर लिया और टीम सीधे खजुराहो पहुँच गई।कालीचरण जिन नंबरों का इस्तेमाल करते थे, उनमें से एक नंबर खजुराहो में बंद हुआ था।लेकिन टॉवर लोकेशन के ज़रिए टीम उस जगह याने पल्लवी गेस्ट हाउस पहुँच गई जहां पर कि कालीचरण महाराज रुके हुए थे।
राजधानी से खजुराहो पहुँची टीम को लीड सायबर इंचार्ज टीआई गिरीश तिवारी कर रहे थे, ये टीम पुलिस के यूनिफ़ॉर्म में नहीं बल्कि सादे कपड़ों में थी और खुद को कालीचरण महाराज का भक्त बताते हुए उनकी पतासाजी करती रही। कालीचरण महाराज पल्लवी गेस्ट हाउस छोड़ कर बागेश्वर धाम की ओर गए थे जहां उनके लिए एक कमरा किराए पर उपलब्ध था। पुलिस वहाँ पूरी रात इंतज़ार करती रही और तड़के चार बजे जबकि कालीचरण महाराज वहाँ पहुँचे पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के तरीक़े पर मध्यप्रदेश सरकार ने जताई आपत्ति तो सीएम बघेल ने दिया दो टूक जवाब कालीचरण महाराज की गिरफ़्तारी के तरीक़े पर मध्यप्रदेश सरकार ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है।मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा "जो गिरफ़्तारी है उस पर हमें आपत्ति है,संघीय नियम बिलकुल यह इजाज़त नहीं देती है। मध्यप्रदेश पुलिस को बग़ैर जानकारी दिए गिरफ़्तारी करना ग़लत है.. मैंने मध्यप्रदेश के डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि छत्तीसगढ डीजीपी से इसको लेकर बात करें" इधर गिरफ़्तारी के तत्काल बाद छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस गिरफ़्तारी लेकर आपत्ति को ख़ारिज करते हुए दो टूक कहा है "ऐसे महापुरुष (महात्मा गांधी) के बारे में कोई अभद्र टिप्पणी करें तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी। छत्तीसगढ़ पुलिस ने यह कार्रवाई की है। उनके(कालीचरण महाराज) परिवारजनों और वकील को सूचित कर दिया है। 24 घंटे के अंदर उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे"