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गाँव का नाम अन्नपूर्णा और बस डेढ़ खांडी धान के लिए पाँच बरस के भतीजे का गला घोंट दिया: धान और पैतृक ज़मीन का विवाद, चाचा चाची ने घोंट दिया नन्हे भतीजे का गला

गाँव का नाम अन्नपूर्णा और बस डेढ़ खांडी धान के लिए पाँच बरस के भतीजे का गला घोंट दिया: धान और पैतृक ज़मीन का विवाद, चाचा चाची ने घोंट दिया नन्हे भतीजे का गला
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By NPG News

सूरजपुर,11 नवंबर 2021। केवल डेढ खांडी धान याने क़रीब आठ से दस क्विंटल धान का मसला ऐसा गहराया कि, चाचा चाची ने पाँच साल के भतीजे का गला घोंट दिया और लाश को जंगल में छुपा खुद बच्चे को खोजने का नाटक करते रहे। चाचा चाची जिससे नाराज़ थे वो भतीजा नहीं था बल्कि भतीजे का पिता याने चचेरा भाई था, लेकिन बदले की अजीब सनक में नृशंस हत्या भतीजे की हो गई।दुर्योग देखिए कि जिस गाँव में कुछ क्विंटल धान के फेर में यह हत्या हुई उस गाँव का नाम अन्नपूर्णा है।

बीते नौ नवंबर को थाना प्रेमनगर में पाँच वर्षीय बच्चे दिलराम के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई, बच्चा पड़ोस के बच्चे के साथ खेलते दिखा था जो फिर घर नहीं लौटा।पुलिस टीम लगातार खोजबीन करती रही।पूछताछ के दौरान यह तथ्य आया कि बच्चे को उसकी चाची ने पैसा देकर सामान लाने भेजा था, जबकि बच्चे के चाचा चाची ने ख़ुद इस तथ्य को नहीं बताया था।पुलिस ने जब सख़्ती से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि बच्चे की गला घोंट कर हत्या कर दी गई है और लाश को जंगल में फेंका गया है।

बालक दिलराम के पिता बाबू सिंह और उनके चचेरे भाई घुर सिंह के बीच पैतृक संपदा के बँटवारे का विवाद था, लेकिन हालिया मसला उस सरकारी ज़मीन में उगाए क़रीब डेढ खंडी धान का था जिसे मृतक बच्चे के पिता बाबू सिंह ने बेच दिया था।हत्यारोपी दंपत्ति को धान बेचे जाने से ठगी का एहसास हुआ और मौत मासूम की हो गई।

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