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गाँजे की दबिश के लिए सीमा का मसला शिथिल..छत्तीसगढ पुलिस को मिलेगा उड़ीसा पुलिस का सहयोग.. दबिश के दौरान स्थानीय पुलिस देगी सहयोग

गाँजे की दबिश के लिए सीमा का मसला शिथिल..छत्तीसगढ पुलिस को मिलेगा उड़ीसा पुलिस का सहयोग.. दबिश के दौरान स्थानीय पुलिस देगी सहयोग
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By NPG News

रायगढ़/जशपुर,15 दिसंबर 2021। छत्तीसगढ़ उड़ीसा सरहद पर मौजूद छत्तीसगढ के ज़िलों की पुलिस के लिए अब गाँजा पर कार्यवाही के लिए उड़ीसा की सीमाओं के भीतर पहुँच कार्यवाही करना सुगम होगा। ओड़िसा झारखंड के सात ज़िलों के पुलिस अधीक्षकों की संयुक्त वर्चुअल मीटिंग में यह बेहद महत्वपूर्ण सहमति बनी है।


इस मीटिंग में ओड़िसा के सुंदरगढ़, बरगढ़,नुवापाड़ा,झारसुगुड़ा और छत्तीसगढ के रायगढ़ जशपुर और महासमुंद के पुलिस अधीक्षक शामिल हुए थे। यह बैठक रायगढ़ कप्तान ने आयोजित की थी।

रायगढ़ कप्तान अभिषेक मीणा ने बताया "मुख्यतः गाँजा सबसे बड़ी समस्या है, हम गाँजा पकड़ते हैं और मुख्य सूत्रधार को लेकर सूचना आती है कि वह उड़ीसा की सीमा के भीतर बैठा है, कई बार हमें पिन प्वाइंट सूचना होती है कि प्रमुख सप्लायर या मेन कुरियर उड़ीसा में किस जगह पर है लेकिन सीमा का मसला अपराधियों को फ़ायदा पहुँचाता है, लेकिन अब यह सहमति बन गई है कि सीमा को लेकर कार्यवाही में दिक़्क़त नहीं होगी, छत्तीसगढ़ पुलिस जाएगी तो उड़ीसा पुलिस को उसका पूरा सहयोग मिलेगा"

डीजीपी अशोक जुनेजा का इस मसले को लेकर लगातार ज़ोर रहा है कि सरहदी इलाक़ों में हो रही तस्करी विशेषकर गाँजा पर प्रभावी रोक लगे और क़वायद हो कि पुलिस "की-प्वाइंट" पर पहुँच कर कार्यवाही करे।इस बैठक के पीछे भी डीजीपी जुनेजा के वही निर्देश थे।

बैठक में गाँजे के साथ साथ सरहदी इलाक़ों से धान के आने को लेकर भी चर्चा हुई और उस पर भी रोक लगाने को लेकर सहमति बनने की जानकारी दी गई है।

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