स्वास्थ्य मंत्री की मौत मामला: क्या है हत्या की वजह?... CID की टीम जांच में जुटी,पत्नी बोली- मंत्री और ASI के बीच किसी प्रकार की नहीं थी दुश्मनी
डेस्क न्यूज। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब दास की हत्या के कारणों का पता लगाने में सीआईडी और क्राइम ब्रांज की टीम जुट गई है। नब किशोर दास की हत्या के मामले में जांच के लिए सीआईडी क्राइम ब्रांच का गठन किया गया। इस टीम में 7 सदस्यों के अलावा साइबर एक्सपर्ट, बैलिस्टिक एक्सपर्ट को भी शामिल किया गया है। टीम का नेतृत्व डीएसपी रमेश डोरा ओपीएस कर रहे हैं। आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है और उससे घटना के संबंध में पूछताछ जारी है।
वहीं, ASI गोपाल दास की पत्नी ने मीडिया में से चर्चा करते हुए बताया कि गोपाल दास की मंत्री नब दास से किसी तरह की कोई आपसी रंजिश नहीं थी। गोपाल दास मानसिक रोगी है, जिसकी दवाई भी वो ले रहा है। उसने घटना के पहले वीडियो कॉल कर बेटी से बात की थी।
इधर मंत्री नब दास की हत्या को समर्थक सुरक्षा में बड़ी चूक बता रहे है। रविवार दोपहर में ब्रजराजनगर के गांधी चौक में एक कार्यक्रम के दौरान उन पर ASI गोपाल दास ने फायरिंग की थी। इसके बाद नब दास को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नब दास के सीने पर गोली लगी थी।
अस्पताल ने एक बयान में कहा कि जख्मों का उपचार किया गया और हृदय की गति में सुधार के लिए कदम उठाए गए। गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में उनका उपचार किया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में दम तोड़ दिया।
ओडिशा सरकार ने रविवार को कहा कि नब किशोर दास को राजकीय सम्मान दिया जाएगा। सरकार के मुताबिक, 29-31 जनवरी तक तीन दिन कोई भी आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा। उधर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को दास की मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि वे इस खबर से दुखी और परेशान हैं। उन्होंने परिवार के सदस्यों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किशोर दास के निधन पर दुख जताया।
नाबा दास उड़ीसा के काफी प्रभावशाली और अमीर मंत्री थे। उनके पास मर्सिडीज से लेकर 80 गाड़ियां और करोड़ों की संपत्ति थी। उनकी पत्नी के पास ही 34 करोड़ की चल-अचल संपत्ति उन्होंने घोषित की थी। अभी हाल में वे तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने शनि सिंगनापुर मंदिर में एक करोड़ रुपए से अधिक के उन्होंने कलश चढ़ाए थे। वे झाड़सुगड़ा से विधायक थे।